दीप ज्योति पर्व: दक्षिण भारत से पहुंची देशी-विदेशी फूलों की खेंप, विश्वनाथ धाम की सज्जा आरंभ

अन्नकूट महोत्सव पर 56 भोग के लिए 14 क्विंटल मिठाइयों व अन्य व्यंजनों का चढ़ावा अनुमानित है।

इसके लिए अनेक प्रकार की मिठाइयां जैसे अनेक प्रकार के लड्डू व अनेक प्रकार की नमकीन, मठरी आदि मंदिर प्रशासन स्वयं बनवाएगा जबकि अन्य मिठाइयां काशी की विभिन्न विश्वसनीय दुकानों से भी आएंगी। दीप ज्योति पर्व इस बार छह दिवसीय, दो दिनी अमावस्या के चलते वृद्धिदीप ज्योति पर्व इस बार छह दिवसीय होगा।

अमावस्या दो दिन होने से यह अवसर उपलब्ध हुआ है।

उत्सवी शृंखला का आरंभ मंगलवार 29 अक्टूबर को धनतेरस व भगवान धन्वंतरि जयंती के साथ होगा।

तीन नवंबर रविवार को गोवर्धन पूजा, भैया दूज, भगवान चित्रगुप्त पूजा (कलम-दवात पूजा) के साथ समापन होगा। धनतेरस पर सुख-समृद्धि, आरोग्य संग ऋणमाेचक संयोग कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी को मां लक्ष्मी व कुबेर की कृपा प्राप्ति के लिए धनतेरस व आरोग्य के लिए आयुर्वेद के जनक भगवान धन्वंतरि की जयंती मनाई जाती है।

तिथि विशेष पर प्रदोष काल में लक्ष्मी-कुुबेर की पूजा-आराधना की जाती है।धन-संपदा, बर्तन, गहने व गृहोपयोगी अन्य वस्तुएं खरीदी जाती हैं।

त्रयोदशी मंगलवार को होने से भौम प्रदोष का संयोग बन रहा है।

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