Varanasi News: महामना की विरासत पर खतरा, बंद होगा बीएचयू का डेरी फार्म, प्रिंटिंग प्रेस और एयरोड्रम

विश्वविद्यालय की मुख्य गतिविधियों में इनका कोई योगदान नहीं है।

इन इकाइयों से मुक्त किए गए संसाधनों और कर्मचारियों का विश्वविद्यालय के अन्य क्षेत्रों में बेहतर उपयोग किया जा सकता है।

इकाइयों को बंद करने से अनावश्यक खर्चों को कम करने और संचालन को सुव्यवस्थित करने में मदद मिलेगी, जिससे विश्वविद्यालय की वित्तीय स्थिति में सुधार आएगा।

ऐसी और इकाइयों की पहचान कर उन्हें बंद किया जाना चाहिए। रिपोर्ट देने वाली कमेटी के अध्यक्ष केंद्र सरकार के पूर्व सचिव पवन कुमार अग्रवाल रहे, इनके साथ पूर्व उप नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक पराग प्रकाश और शिक्षा मंत्रालय के पूर्व संयुक्त सचिव आरडी सहाय को सदस्य रहे।  इसे भी पढ़ें- लखनऊ LDA में बड़ा घोटाला..., अखिलेश यादव के ड्रीम प्रोजक्‍ट की फाइल गायब, रिपोर्ट दर्ज कराने के निर्देश डेरी फार्म रिसर्च में बड़ी भूमिका निभाते हैं, इस समय यहां 50 से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं।

इसके अलावा बीएचयू का प्रिंटिंग प्रेस को वर्ष 1936 में स्थापित किया गया था।

यहां पर विवि से जुड़ी प्रत्येक स्टेशनरी, 30 किताबें, डिग्री फार्मेट, पत्रिका, अवकाश प्रार्थना पत्र के अलावा सर सुंदरलाल अस्पताल, ट्रामा सेंटर और आयुर्वेद अस्पताल की 40 लाख ओपीडी स्लीप और 42 लाख जांच फार्म, लेटर समेत कई स्टेशनरी प्रकाशित किए जाते हैं। एक दशक पहले प्रेस में करीब 175 कर्मचारियों की तैनाती हुई थी, लेकिन अब गिनती के कर्मचारियों से काम चलाया जा रहा है।

दो सेक्शन अफसर, दो चौकीदार, एक तकनीकी स्टाफ के अलावा 11 संविदा कर्मचारी व्यवस्था देख रहे हैं।

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