Varanasi Air pollution: बनारस में हर वर्ष 10.2 प्रतिशत मौतों के लिए वायु प्रदूषण जिम्मेदार, शोध में हुआ खुलासा

पर्यावरण एवं धारणीय विकास संस्थान के प्रो. आरके मल्ल ने बताया कि यह अध्ययन विश्व स्तर पर पार्टीकुलेट मैटर के बढ़े हुए प्रभावों को दर्शाता है।

देश में हर साल 7.2 प्रतिशत मौतें दैनिक पार्टीकुलेट मैटर के जोखिम के कारण होती हैं।

अल्पकालिक पीएम का जोखिम भारत में मृत्यु के उच्च जोखिम से जुड़ा था। वर्तमान भारतीय पीएम मानक से काफी कम सांद्रता पर भी है।

इन बीते वर्षों में सरकार ने प्रदूषण में कमी लाने के लिए राज्य और शहर स्तर पर कई योजनाएं संचालित की हैं।

वर्ष 2019 में राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम शुरू किया गया है। इसे भी पढ़ें-गोरखपुर-वाराणसी में झमाझम बारिश से मिली राहत, IMD ने जारी किया 40 से अधिक जिलों में अलर्ट प्रदूषण को कम करने के लिए बीएचयू की तरफ से भी कई सुझाव जारी हुए हैं।

इसमें प्रमुख है, शहरों में उच्च जोखिम वाली घटनाओं से निपटने के लिए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान तैयार किया जाना चाहिए। शोध में यह प्रमुख संस्थान शामिल बीएचयू के अलावा पर्यावरण चिकित्सा संस्थान करोलिंस्का इंस्टीट्यूट स्वीडन, बुद्धिमान समृद्धि संस्थान, विश्वविद्यालय ओटावा कनाडा, पर्यावरण, जलवायु और शहरी स्वास्थ्य प्रभाग न्यूयार्क, राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय न्यूपोर्ट वेल्स यूके व पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन आफ इंडिया नई दिल्ली, गुरियन विश्वविद्यालय इजराइल, पर्यावरण चिकित्सा और जलवायु विज्ञान विभाग माउंट सिनाई न्यूयार्क समेत कई संस्थान शामिल हैं। ।

If You Like This Story, Support NYOOOZ

NYOOOZ SUPPORTER

NYOOOZ FRIEND

Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.

डिसक्लेमर :ऊपर व्यक्त विचार इंडिपेंडेंट NEWS कंट्रीब्यूटर के अपने हैं,
अगर आप का इस से कोई भी मतभेद हो तो निचे दिए गए कमेंट बॉक्स में लिखे।

अन्य वाराणसीकी अन्य ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें और अन्य राज्यों या अपने शहरों की सभी ख़बरें हिन्दी में पढ़ने के लिए NYOOOZ Hindi को सब्सक्राइब करें।