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बीएचयू के पूर्व छात्र की जन्मभूमि के नाम से जाना जाएगा मंगल पर मिला क्रेटर, उपलब्धियां जानकर गर्व करेंगे आप
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- Saturday | 15th June, 2024
डा. भारद्वाज चंद्रयान-1 मिशन से भी जुड़े रहे।
वह मंगल ग्रह के निम्न अक्षांशीय बहिर्मंडल में संरचना के मापन के लिए चल रहे मंगल आर्बिटर मिशन पर मेनका प्रयोग में भी प्रमुख अन्वेषक रहे।
उन्हें शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार से नवाजा जा चुका है। इसे भी पढ़ें-दिन में जारी रहेंगे लू के थपेड़े, रात भी और गर्म, जानिए आज कैसा रहेगा यूपी का मौसम भौतिक अनुसंधान प्रयोगशाला (पीआरएल) के विज्ञानियों द्वारा खोजा गया थारिस मंगल ग्रह के पश्चिमी गोलार्ध में भूमध्य रेखा के पास केंद्रित विशाल ज्वालामुखीय पठार है।
इसी थारिस ज्वालामुखी क्षेत्र में तीन क्रेटरों (गड्ढों) की खोज अहमदाबाद स्थित पीआरएल के विज्ञानियों ने की।
उनमें से एक का नाम उन्होंने निदेशक डा. भारद्वाज की जन्मस्थली मुरसान कस्बे के नाम पर रखा। दूसरे क्रेटर का नाम हिलसा (नालंदा, बिहार) और तीसरे का पीआरएल के पूर्व निदेशक प्रोफेसर देवेंद्र लाल के नाम पर रखा गया है।
पीआरएल की सिफारिश पर अंतरराष्ट्रीय खगोलीय संघ (आइएयू) ने तीनों क्रेटरों के नाम लाल क्रेटर, मुरसान क्रेटर और हिलसा क्रेटर रखने के प्रस्ताव को मंजूरी दी। इसे भी पढ़ें-आयकर अधिकारी बन छापा डालने पंहुचे तीन जालसाज गिरफ्तार, स्पेशल 26 फिल्म देखकर आया था यह आइडिया डा. भारद्वाज का जन्म हाथरस जिले के छोटे से मुरसान कस्बे में एक जून 1967 को हुआ था।
पिता श्यामसुंदर शर्मा लखनऊ में शारीरिक शिक्षा के प्रोफेसर थे।
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