`परीक्षा में गड़बड़ी का आरोप झूठा`, हेमंत सोरेन का विपक्ष को करारा जवाब, CM ने बताया बदनाम करने की कोशिश

इस मौके पर वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव, श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता, शिक्षा मंत्री बैद्यनाथ राम, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, नगर विकास मंत्री हफीजुल हसन, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव अविनाश कुमार, शिक्षा सचिव उमाशंकर सिंह एवं अन्य विभागों के सचिव व पदाधिकारी उपस्थित थे। पदाधिकारी हों या चपरासी, सभी को देखने का एक ही नजरिया मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में पदाधिकारी हों या चपरासी, राज्य सरकार सभी को एक ही नजरिए से देखती है।

वे यहां की बिखरी चीजों को हम समेटने में लगे हैं।

झारखंड में जो गरीबी का प्रकोप है,उसे भी बहुत जल्द खत्म कर देंगे। बेहतर काम करनेवाले अधिकारी और कर्मी हों पुरस्कृत मुख्यमंत्री ने कहा कि कई जगहों पर देखने को मिला कि सीमित संसाधनों के बीच भी कई शिक्षक और अन्य कर्मी रचनात्मक ढंग से काफी बेहतर कार्य कर रहे हैं।

ऐसे में विभिन्न विभाग बेहतर काम करनेवाले अधिकारियों और कर्मियों को पुरस्कृत करने की परंपरा शुरू करें ताकि उनका उत्साह और मनोबल और ऊंचा हो।

इसके लिए विभिन्न विभागों को आगे आना होगा। बड़ी संख्या में शिक्षकों, कनीय अभियंताओं आदि को नियुक्तिपत्र मुख्यमंत्री ने जिन अभ्यर्थियों को नियुक्तिपत्र सौंपा, उनमें स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के अंतर्गत 108 स्नातकोत्तर प्रशिक्षित शिक्षक, 12 स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक, 200 सहायक शिक्षक तथा 56 प्रयोगशाला सहायक सम्मिलित हैं। प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति झारखंड उच्च न्यायालय के आदेश पर हुई री-काउंसिलिंग के माध्यम से हुई है।

इनके अलावा पेयजल विभाग में नियुक्ति के लिए 47, पथ निर्माण विभाग के लिए 25, जल संसाधन विभाग के लिए 49, नगर विकास विभाग के लिए 28, रिम्स के लिए तीन तथा वाणिज्यकर, वित्त एवं खाद्य आपूर्ति विभाग के लिए एक-एक अभ्यर्थी को नियुक्ति पत्र मिला। इन सभी की नियुक्ति झारखंड कर्मचारी चयन आयोग के माध्यम से आयोजित विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षाओं के माध्यम से हुई है। यह भी पढ़ें Jharkhand Anganwadi News: झारखंड में आंगनबाड़ी सेविकाओं की बल्ले-बल्ले, मानदेय को लेकर आई खुश कर देने वाली खबर Hemant Soren: जेल और लाठी-डंडे से नहीं डरते, झारखंडी लड़कर लेंगे हक; रांची में गरजे CM हेमंत सोरेन ।

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