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`चुनाव प्रभावित कर रहे...`, झारखंड के मुख्य चुनाव अधिकारी और 2 IPS अधिकारियों पर JMM का गंभीर आरोप; मची खलबली
- न्यूज़
- Monday | 28th October, 2024
इस घटना के संपूर्ण तथ्यों की निष्पक्ष एवं गहनता से जांच कर इन अधिकारियों के कार्यों की समीक्षा की जाए।
तत्काल प्रभाव से उन्हें निर्वाचन की प्रक्रिया से अलग किया जाए। भाजपा प्रत्याशी बनाए जाने की सुगबुगाहट, निशिकांत ने किया पोस्टमंडल मुर्मु हूल क्रांति के नायक वीर सिदो-कान्हू के वंशज हैं।
वह अभी झामुमो में हैं और बरहेट विधानसभा क्षेत्र से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नामांकन पत्र में प्रस्तावक भी बने हैं।
इस बीच पिछले दो-तीन दिनों से यह चर्चा तेज हुई है कि भाजपा मंडल मुर्मु को बरहेट में अपना प्रत्याशी बनाकर हेमंत सोरेन के विरुद्ध उतारना चाहती है। रविवार को यह चर्चा भी होती रही कि मंडल मुर्मु साहिबगंज से कुछ भाजपा नेताओं के साथ रांची आ रहे हैं, जहां वह भाजपा की सदस्यता ग्रहण करेंगे।
इसी बीच उन्हें गिरिडीह में रास्ते में रोके जाने की खबर आई।पुलिस ने उनके वाहन की जांच करने के बाद पूछताछ कर आगे जाने दे दिया।
इस संबंध में गोड्डा के सांसद निशिकांत दुबे ने ट्वीट कर पुलिस पर ही आरोप लगाए हैं और कहा है कि भाजपा कार्यालय रांची जा रहे मंडल मुर्मु को पुलिस ने हेमंत सोरेन के इशारे पर गिरिडीह में रोका। भाजपा भी पहुंची चुनाव आयोगझामुमो की ओर से शिकायत किए जाने के बाद रविवार शाम भाजपा का भी एक प्रतिनिधिमंडल सुधीर श्रीवास्तव के नेतृत्व में राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय पहुंचा और चुनाव आयोग को ज्ञापन सौंप कर सुप्रियो भट्टाचार्य की ओर से झूठी शिकायत करने का आरोप लगाते हुए कारवाई की मांग की। सुधीर श्रीवास्तव ने बताया कि सुप्रियो भट्टाचार्य ने प्रेस कान्फ्रेंस कर जिस तरह से बिना आधार के राज्य के मुख्य चुनाव पदाधिकारी, एडीजी संजय आनंद लाटेकर और डीआइजी एवी होमकर के खिलाफ सनसनीखेज आरोप लगाए हैं वो जांच का विषय है और जांच करके चुनाव आयोग प्रेस कान्फ्रेंस के माध्यम से सबको अवगत कराए। अधिकारियों को टूल बनाने वाले हेमंत उनकी ही निष्ठा पर प्रश्न उठा रहे : भाजपाभाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि अपनी निश्चित हार को देखकर झारखंड मुक्ति मोर्चा इतनी बदहवास हो गई कि वह अब बहाने बना रही है। हेमंत सोरेन के प्रस्तावक के कथित किडनैपिंग मामले में राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी पर आरोप लगाना घटिया राजनीतिक मानसिकता का परिचायक है।अभी चुनाव प्रचार पूरे तरीके से प्रारंभ भी नहीं हुआ और झामुमो के आरोपों की झड़ी शुरू हो गई।
झारखंड मुक्ति मोर्चा यह सब दबाव के राजनीति के तहत कर रही है।आयोग निष्पक्ष तरीके से काम करने के लिए जाना जाता है।
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