World Diabetes Day 2024: शहरी क्षेत्र में तेजी से बढ़ रहे डायबिटीज के मरीज, जानें इसके कारण और बचाव के उपाय

सदर अस्पताल के डॉ. एके झा बताते हैं कि मधुमेह का इलाज इसलिए करते हैं कि मरीज को भविष्य में अपने अंग न गंवाने पड़ें।

अगर किसी को डायबिटीज है तो आगे चलकर उसे हार्ट, किडनी, स्ट्रोक, नस और आंख के रेटिना संबंधित परेशानियां हो सकती है।

अगर इसे कंट्रोल में रखा जाए तो आगे चलकर दिक्कत कम होगी।रिम्स नेत्र विभाग के एचओडी डॉ. सुनील बताते हैं कि मधुमेह अगर लगातार अनियंत्रित है तो इसका सबसे पहला असर आंखों पर पड़ता है।

इसमें आंखों के रेटिना प्रभावित हो सकती है और दृष्टि खोने का खतरा भी रहता है।

ॉ डायबिटीज के टाइप और खतरा टाइप-वन डायबिटीज जेनेटिक होता है।

टाइप-टू डायबिटीज में एनवायरनमेंट, लाइफ स्टाइल और जेनेटिक तीनों का समावेश हो सकता है।

अगर किसी व्यक्ति को 20 साल तक मधुमेह है और शुरू के 10-15 साल अगर किसी मरीज ने मधुमेह को कंट्रोल में रखा है तो खतरा कम है।

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