Jharkhand Election: झारखंड में कांग्रेस की फाइनल लिस्ट जारी, धनबाद-बोकारो सीट पर भी प्रत्याशियों का किया एलान

कांग्रेस जिलाध्यक्ष सह बागी उम्मीदवार मुनेश्वर उरांव स्क्रूटनी का ममाला फंसाविधानसभा के पहले चरण को लेकर मनिका विधान सभा क्षेत्र अंतर्गत महुआडांड़ अनुमंडल कार्यालय में सोमवार को सभी प्रत्याशी का स्क्रूटनी कार्य निर्वाचन पदाधिकारी सह एसडीएम विपिन कुमार दुबे के समक्ष हो रही थी।इस दौरान पूर्व विधायक रामचंद्र सिंह के प्रस्ताव ने कांग्रेस के जिला अध्यक्ष सह बागी उम्मीदवार मुनेश्वर उरांव के खिलाफ स्कूटनी के समय आवेदन देकर बताया की मुनेश्वर उरांव पर बैंक से कर्ज लेकर डिफाल्ट होने का सुबूत देते हुए नामांकन पत्र रद्द करने की मांग की। इस संबंध में निर्वाचन पदाधिकारी सह एसडीएम विपिन कुमार दुबे ने बताया रामचंद्र सिंह के प्रस्ताव के द्वारा मुनेश्वर उरांव के खिलाफ आपत्ति दर्ज कराई गई है।

जांच कर 29 अक्टूबर को स्कूटनी संबधित रिजल्ट 11 बजे घोषणा की जाएगी। भाजपा के खुद का दामन कालिखों से भरा पड़ा है : कांग्रेसप्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सोनाल शांति ने भाजपा के चुनाव सह प्रभारी हिमंत बिस्वा सरमा के आरोपों पर जवाब देते हुए कहा कि भाजपा के खुद का दामन कालिख से भरा हुआ है।

भाजपा में उम्मीदवार बनने की तीन योग्यताएं भ्रष्टाचारी होना, दूसरे दल का और बड़े नेताओं का रिश्तेदार होना है। भ्रष्टाचारियों की पूरी फौज भाजपा ने झारखंड में उतार रखी है।

पूरे देश में उम्मीदवारों का सर्वे उठाकर देखा जाए तो भाजपा भ्रष्टाचारियों को उम्मीदवार बनाने में अव्वल है।

आज झारखंड सहित देश में भाजपा के सांसद और विधायकों की 60 प्रतिशत संख्या ऐसे नेताओं की है, जो दूसरे दलों से आए हुए हैं।झारखंड बीजेपी की पूरी टीम दूसरा दलों की आयातित नेताओं की है।

खुद भाजपा के प्रदेश प्रमुख मरांडी इसके प्रत्यक्ष उदाहरण हैं।

बड़े नेताओं के नजदीकी रिश्तेदारों की उम्मीदवारी के मामले में भाजपा पहले नंबर पर है और परिवारवाद का जीता जागता उदाहरण बीजेपी है। पूर्णिमा दास साहू, गीता कोड़ा, मीरा मुंडा, रोशन चौधरी, चम्पाई सोरेन, बाबूलाल सोरेन, भानु प्रताप शाही, पुष्पा देवी जैसे लोग इस चुनाव में उम्मीदवार के रूप में सामने है जो परिवारवाद का नमूना है।

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