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पॉलिटिकल `परजीवी` बोलकर भिड़ीं झामुमो और आजसू, झारखंड में विधानसभा चुनाव से पहले जुबानी जंग तेज
- न्यूज़
- Monday | 9th September, 2024
एक बार ऐसी भी परिस्थिति आई थी कि अभी भाजपा को गौरवान्वित कर रहे मधु कोड़ा की सरकार में इनके एक विधायक मंत्री बने और दूसरे विपक्ष में थे। इसका मतलब यह है कि इनको सत्ता कहीं से छोड़ना नहीं है।
आजसू एक संगठित राजनीतिक मोलभाव करने वाला समूह है।
इनका जीवन दूसरे के साथ चिपककर चलता है। सबसे बड़ा परजीवी झामुमो, पूरे झारखंड को चूस रहा : आजसू इधर, आजसू प्रमुख सुदेश महतो को परजीवी बताने पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए आजसू पार्टी के केंद्रीय प्रवक्ता डॉ. देवशरण भगत ने कहा है कि सबसे बड़ा परजीवी तो झामुमो है, जो पूरे झारखंड को चूस रहा है। आजसू प्रमुख सुदेश महतो। बालू, कोयला, जमीन को लूटकर यह काम कर रहा है।
जिसने कहा था कि उसकी लाश पर झारखंड बनेगा तथा जिस दल ने झारखंड आंदोलन को बेचने का काम किया, सत्ता के लिए उसके साथ मिल गया। झामुमो को इतनी ताकत और हिम्मत हो गई है तो अकेले चुनाव लड़कर दिखा दे।
कौन परजीवी है, यह उसे पता चल जाएगा।
सच यह है कि झारखंड नवनिर्माण संकल्प में युवाओं के जुटान को देखकर झामुमो के लोग बौखला गए हैं। यह भी पढ़ें Jharkhand Election 2024: नीतीश कुमार ने कर लिया फैसला, झारखंड में NDA के साथ चुनाव लड़ेगी JDU Shivraj Singh Chouhan: शिवराज सिंह चौहान ने उत्पाद सिपाही भर्ती में मौतों को हत्या बताया, बोले- मौसम तो देख लेते Kalpana Soren: ...और मंच पर रो पड़ीं कल्पना सोरेन, बोलीं- हेमंत को जेल भेजने का बदला विधानसभा चुनाव में लेना ।
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