Smart Meter: ऊर्जा मंत्री ने दी लोगों को भ्रांतियों से दूर रहने की सलाह, स्मार्ट प्रीपेड मीटर से जुड़ा है मामला

इसे बनाने वाली कंपनी प्रत्येक मीटर का रूटीन टेस्ट करती है।

इसके तहत स्मार्ट प्रीपेड मीटर को इस लिहाज से चेक किया जाता है कि वह सटीक है या नहीं।

इस वजह से उपभोक्ताओं व आमजनों की भ्रांति बहुत हद तक दूर हो गई है।ऊर्जा कंपनी के सीएमडी पंकज कुमार पाल ने कहा कि उपभोक्ताओं की भ्रांतियों को दूर करने के लिए स्मार्ट प्रीपेड मीटर के साथ-साथ कुछ समय के लिए पुराने मीटर को भी तुलनात्मक कार्यप्रणाली देखने के लिए वहां लगाया जा रहा। सदन में उठा स्मार्ट प्रीपेड मीटर का मुद्दाविधानसभा के शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन सदन में भागलपुर के विधायक अजीत शर्मा ने स्मार्ट प्रीपेड मीटर का मुद्दा उठाया।

उन्होंने कहा कि 3 बार नवंबर 2023, मई 2024 और अक्टूबर 2024 में प्रीपेड मीटर का सर्वर फेल हो गया।उपभोक्ताओं को होने वाली परेशानी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर का सर्वर फेल होने की वजह से लोगों को एकमुश्त भारी भरकम बिल चुकाना पड़ा।

इस दौरान उन्होंने मीटर टेस्टेड नहीं होने की भी बात कही। सदन में हुए हंगामे के बाद अब इस पूरे मुद्दे पर ऊर्जा मंत्री की प्रतिक्रिया सामने आई है।

उन्होंने सदन में भी विरोध कर रहे विधायकों से कहा था कि कौन से मीटर में खराबी है आप लिखकर दीजिए हम जांच करा लेंगे।ये भी पढ़ेंBihar: आखिरी दिन भी हंगामेदार रहा विधानसभा का सत्र, सदन के अंदर स्मार्ट प्रीपेड मीटर तो बाहर रोजगार पर छिड़ी बहस Smart Meter: स्मार्ट मीटर चंगा है और आगे मुफ्त में बिजली नहीं, नीतीश सरकार की विपक्ष को दो टूक ।

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