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Pashupati Paras: पारस के प्लान से बढ़ेगी चिराग की टेंशन! विधानसभा चुनाव में कितने प्रत्याशी उतारेंगे? कर दिया एलान
- न्यूज़
- Tuesday | 19th November, 2024
बता दें कि पशुपति कुमार पारस को पिछले कई दिनों से एनडीए से दरकिनार किया जा रहा है।
वह पहले राजग में थे, लेकिन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद उनकी स्थिति बदल गई।एनडीए की बैठक में उन्हें निमंत्रित नहीं किया गया और बिहार सरकार ने उन्हें लोजपा कार्यालय के लिए आवंटित सरकारी भवन से बेदखल कर दिया।
पारस के करीबी लोग बता रहे हैं कि वह एनडीए से अलग नए समीकरण पर विचार कर रहे हैं। पारस को 2021 में नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में मंत्री पद मिला था, लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले उनकी स्थिति खराब हो गई।
उन्होंने केंद्रीय कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया।उनके समर्थकों को लगता था कि वह अपनी पार्टी रालोजपा के चुनाव चिह्न पर लड़ेंगे, लेकिन भाजपा से समायोजन के बाद उन्होंने चुनाव से अलग रहने का फैसला किया। चिराग ने पांचों सीट पर दर्ज की जीतचिराग पासवान की पार्टी लोजपा (रा) ने चुनाव में सभी पांच सीटों पर जीत हासिल की।
चिराग ने केंद्र सरकार के निर्णयों पर नकारात्मक टिप्पणी की थी, जिसके बाद अमित शाह ने पारस से मुलाकात की। इसके बाद चिराग का स्वर बदल गया और उन्होंने राजग के साथ अपने अटूट संबंध की बात कही।
उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की भी प्रशंसा की।पारस को नीतीश कुमार से आशा थी, लेकिन सरकारी भवन से रालोजपा को बेदखल करने के निर्णय से उनकी आशा समाप्त हो गई।
महागठबंधन की ओर से भी पारस को आमंत्रण नहीं मिल रहा है।भाजपा की राज्य इकाई का मानना है कि मूल लोजपा का वोट चिराग से जुड़ा हुआ है और पारस के साथ रहने या न रहने से अधिक प्रभाव नहीं पड़ेगा। यह भी पढ़ें-Bihar Politics: मझधार में फंसे पशुपति पारस, किनारे की खोज में देख रहे इधर-उधर; सियासी अटकलें तेजBihar Politics: पशुपति पारस 19-20 नवंबर को करेंगे RLJP की बड़ी बैठक, चुनावी तैयारियों पर हो सकता है बड़ा फैसला ।
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