नोएडा में घर बनाना हुआ महंगा, आवासीय से लेकर ग्रुप हाउसिंग सोसायटी तक के भूखंडों के इतने बढ़ गए दाम

प्राधिकरण ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए ए प्लस से ई श्रेणी के सेक्टर के लिए प्रचलित दरों में 6 प्रतिश की वृद्धि की है।

हालांकि श्रेणी ए प्लस आवासीय भूखंडों की दर 1.75 लाख रुपये प्रति वर्गमीटर पर ही रहेगी। ए श्रेणी के सेक्टरों (14, 17, 19, 30, 35, 36, 39, 44, 47, 50, 51, 52, 93, 93ए और 93बी) में भूखंडों की दर 1.18 लाख रुपये प्रति वर्गमीटर से बढ़ा दी गई है।

1.25 लाख रुपये प्रति वर्गमीटर।

बी, सी, डी और ई के लिए दरें 82,420 रुपये से 45,380 रुपये से बढ़ाकर 87,370 रुपये से 48,110 रुपये तक कर दी गई हैं। आवासीय भूखंडों के लिए प्राधिकरण ने पाया कि ई-नीलामी में बोलियां अधिकतर रिजर्व प्राइज से 30 प्रतिश अधिक होती हैं।

जिसमें उपलब्ध भूखंड की तुलना में आवेदनों की संख्या काफी अधिक होती है। आवासीय भूखंडों की नई आवंटन दरें श्रेणी पुरानी दरें नई दरें ए प्लस 175000 175000 बी 82420 87370 सी 60020 63620 डी 50170 53180 ई 45380 48110 (नोट : यह दरें रुपये प्रति वर्ग मीटर में हैं) 6 प्रतिशत बढ़ोतरी के बाद ग्रुप हाउसिंग की दर ग्रुप हाउसिंग संपत्तियों को भी ई-नीलामी के माध्यम से आवंटित किया जाता है, जिसमें भूखंड के स्थान और बाजार मूल्य के आधार पर आवंटन की बोली लगाई जाती है।

इस उद्देश्य के लिए, शहर को पांच में वर्गों में वर्गीकृत किया गया है- ए से ई तक। जबकि प्रचलित दरें 1.03 लाख रुपये प्रति वर्गमीटर से 65,250 प्रति वर्गमीटर तक हैं, उन्हें बढ़ाकर 1.09 लाख रुपये प्रति वर्गमीटर से 69,170 रुपये प्रति वर्गमीटर कर दिया गया है। वर्ग मीटर श्रमिक कुंज और ईडब्ल्यूएस आवासीय भवनों की दरें 10,140 रुपये प्रति वर्गमीटर पर अपरिवर्तित रहेंगी। फेस वन, फेज टू और फेस तीन के अलावा आईटी-आईटीईएस एवं डाटा सेंटर उपयोग की परिसंपत्तियों की आवंटन दरों में भी 6 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी की गई है। बीते सालों में व्यावसायिक संपत्तियों के बेहद कम खरीदार आए हैं।

इसको देखते हुए इस संपत्ति की आवंटन दरें यथावत रखी गई हैं। औद्योगिक भूखंड की दर में इजाफा औद्योगिक भूखंड आवंटन के लिए शहर को तीन फेज में बांटा गया है।

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