Nainital के इतिहास से नहीं लिया सबक, भूगोल से किया खिलवाड़; कहीं दोबारा न मच जाए 1880 जैसी तबाही

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झील की धमनियां कहे जाने वाले हर नाले के ऊपर और किनारे निर्माण कार्य कर दिए गए है तो मुख्य नालों से जुड़ी छोटी नालियों का अस्तित्व खत्म हो गया है।

शहर के विभिन्न क्षेत्रों में अवैध निर्माण कर रोजाना भार बढ़ाया जा रहा है। चौतरफा संकट दे रहा चेतावनी शहर में बीते कुछ वर्षों में भूस्खलन की घटनाओं में बेहद तेजी आई है।

शहर की तलहटी बलियानाला से लेकर चारों ओर के पहाड़ दरक रहे है।

चाइना पीक में भूस्खलन जारी है तो बीते माह टिफिन टॉप पहाड़ी पर स्थित डोरोथी सीट भूस्खलन की चपेट में आने से पूरी तरह ध्वस्त हो गई।

ठंडी सड़क, राजभवन मार्ग, चार्टन लॉज क्षेत्र में हो रहे भूस्खलन भी बड़े खतरे की ओर इशारा कर रहे है। ।

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