धामी सरकार ने तोड़ा खनन से राजस्व प्राप्ति का रिकॉर्ड, उप खनिज नियमावली में सरलीकरण बना मददगार

यही कारण है कि जिस रेता व बजरी को 140 रुपये प्रति क्विंटल की दर से बेचा जा रहा था, अब वह 70 रुपये प्रति क्विंटल में मिल रहा है।

वर्षवार खनन से राजस्व वसूली वर्ष वसूली वर्ष 2020 - 21 396 करोड़ वर्ष 2021 - 22 570 करोड़ वर्ष 2022 - 23 472 करोड़ वर्ष 2023 - 24 645 करोड़ वर्ष 2024 - 25 333 करोड़ (पहले चार महीनों में) खनन नीति में सरलीकरण व पारदर्शिता लाई गई है।

जिससे जहां आमजन व कार्यदाई संस्थाओं को सस्ता निर्माण सामग्री मिल सकेगी।

वहीं सरकार का राजस्व भी बढ़ेगर।

वित्तीय वर्ष 2024-25 में खनन से एक हजार करोड़ के राजस्व वसूली का लक्ष्य रखा गया है। - राजपाल लेघा, निदेशक, भूतत्व एवं खनिकर्म निदेशालय, देहरादून यह भी पढ़ें- 11 मिनट तक होती रही फलों और पत्थरों की बौछार, 212 लोग घायल; बग्वाल मेले की रौनक देखने दिल्ली-मुबंई से पहुंचे लोग ।

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