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लीची उत्पादन में मुजफ्फरपुर को भी पीछे छोड़ देंगे ये 11 जिले, देखें लिस्ट और ICAR की विस्तृत रिपोर्ट
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- Monday | 16th September, 2024
उन्होंने कहा कि मुजफ्फरपुर पूरे देश में शाही लीची की खेती के लिए प्रसिद्ध है।
लोगों को लगता है कि सिर्फ मुजफ्फरपुर की मिट्टी ही लीची के खेती के लिए उपयुक्त है। सर्वे के मुताबिक, बिहार के 37 जिलों के अंदर 5005441 हेक्टेयर भूमि लीची के लिए बहुत ही उपयुक्त है।
वहीं, 2980047 हेक्टेयर भूमि अन्य फसलों के लिए फायदेमंद है।
1,53,418 हेक्टेयर भूमि लीची की खेती के लिए सबसे अधिक उपयुक्त है। राष्ट्रीय लीची अनुसंधान केंद्र के अनुसार, राष्ट्रीय स्तर पर बिहार में सबसे अधिक लीची की खेती होती है।
यहां किसान देश में कुल लीची उत्पादन का 65 प्रतिशत प्रोडक्शन करते हैं। बिहार में भी सबसे अधिक मुजफ्फरपुर में शाही लीची की खेती होती है।
यहां पर 12 हजार हेक्टेयर में लीची की खेती की जा रही है। राष्ट्रीय लीची अनुसंधान केंद्र, मुजफ्फरपुर की ओर से जारी की गई सर्वे के बाद बिहार में लीची का रकबा और बढ़ जाएगा।
राष्ट्रीय लीची अनुसंधान केंद्र के अनुसार, राज्य में 1,53,418 हेक्टेयर भूमि लीची की खेती के लिए सबसे अधिक उपयुक्त है। इन जिलों में मुजफ्फरपुर से भी अधिक होगी लीची की पैदावार सर्वे के अनुसार, बांका, औरंगाबाद, जमुई, पूर्णिया, पूर्वी चंपारण, मधेपुरा, सीतामढ़ी, पश्चिम चंपारण, मधुबनी, कटिहार और अररिया में मुजफ्फरपुर से भी अधिक लीची के पैदावार हो सकती है। इन जिलों की मिट्टी मुजफ्फरपुर से भी अधिक लीची की खेती के लिए उपयुक्त है।
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