Sambhal Violence: नेता प्रतिपक्ष के नेतृत्व में आज संभल जाएगा सपा का प्रतिनिधिमंडल, कई नेताओं को क‍िया गया नजरबंद

इसपर एसपी ने जबाव दिया कि तीनों अधिकारी एक साथ मौजूद नहीं थे।

जिस समय उपद्रव हुआ उस समय डीआईजी नहीं पहुंचे, जबकि डीएम अंदर सर्वे करा रहे थे और एसपी स्वयं उपद्रवियों का सामना कर रहे थे।

पुलिस के द्वारा फायरिंग के आरोप में एसपी ने बताया पुलिस ने फायरिंग नहीं की।

रबर गन का प्रयोग किया गए, जबकि सदर को हेलमेट देकर उपद्रवियों को समझाने भेजा था, लेकिन वे उनकी बात नहीं माने थे।

जबकि सदर ने बोला कि जनता ने पत्थर नहीं चलाया। आरोप लगाया कि पुलिस ने गाड़ी तोड़ी थी जबकि पुलिस स्वयं अपने वाहनों को क्यों तोड़ेगी।

यह सब एफआईआरके बाद पुलिस और प्रशासन के खिलाफ भ्रामक बयान दिया है।

एक आरोप पुलिस के हाथ में देशी तमंचा बताए गए यह भी गलत है।

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