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नौ गोलियां लगने के बाद 45 दिनों तक कोमा में रहे… सीआरपीएफ कमांडेंट ने सुनाई सात दिन के ऑपरेशन की दास्तां!
- न्यूज़
- Thursday | 21st November, 2024
बताया कि महाराष्ट्र के अबूझमाड़ के निकट नक्सली क्षेत्र में ऑपरेशन के लिए वह 100 कमांडो की अगुवाई करते हुए सात दिन के ऑपरेशन पर निकले थे।
ऑपरेशन के दौरान उन्हें सीमित खाद्य सामग्री सात दिन तक चलानी थी। एक ही यूनिफॉर्म में दिनभर चलते और पसीने से भीगी यूनिफॉर्म में ही रात में सोना पड़ता और फिर दूसरे दिन सुबह उसी यूनिफॉर्म में आगे बढ़ते।
इस तरह से नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन को अंजाम दिया गया। ऑपरेशन में चली गई थी दाहिनी आंखवर्ष 2017 में जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा बडगाम में आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन की अगुवाई के दौरान चेतन चीता को सिर, आंख, हाथ, पेट सहित शरीर में नौ गोलियां लगी थी।
सफल ऑपरेशन में कई आतंकी मारे गए थे। एक महीने से अधिक अस्पताल में इलाजरत रहे और 45 दिनों तक कोमा में जीवन-मृत्यु के बीच चले संघर्ष के बाद वह फिर उठे और अगले ही वर्ष देश सेवा में जुट गए।
इस बहादुरी के लिए ही उन्हें कीर्ति चक्र से नवाजा गया। ।
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