महाकुंभ में आपदा व यातायात प्रबंधन पर खर्च होंगे 40.90 करोड़, राज्य कार्यकारिणी समिति की बैठक में मिली स्वीकृति

बैठक में चालू वित्तीय वर्ष में मानव वन्य जीव संघर्ष रोकने और अन्य कार्यों के लिए 64.73 करोड़ के प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की गई।

इस धनराशि से दुधवा नेशनल पार्क, कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग, दुधवा टाइगर रिजर्व के बफर जोन, सोहागीबरवा वन्य जीव अभ्यारण्य, पीलीभीत टाइगर रिजर्व में चेनलिंग व सोलर फेंसिंग के कार्य कराए जाएंगे।  इसी प्रकार, हापुड़ में अयोध्या की तर्ज पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए गंगा नदी पर स्थित तीन घाट (आरती घाट, कृष्ण कन्हैया व नत्थू घाट) पर 1500 वर्गमीटर में बैरीकेट लगाने के लिए 2.46 करोड़ रुपये के प्रस्ताव को अनुमोदन प्रदान किया।  राज्य आपदा मोचन बल में कार्यरत कर्मचारियों के प्रशिक्षण के लिए आपदा मोचक निधि से 30 लाख रुपये की मंजूरी भी समिति ने प्रदान की।

वज्रपात से बचाव के लिए प्रचार-प्रसार, प्रशिक्षण सहित अन्य आयोजनों के लिए भी राज्य आपदा मोचन निधि के मद से 7.80 करोड़ रुपये की स्वीकृति प्रदान की गई।  वहीं, दीन दयाल उपाध्याय राज्य ग्राम्य विकास संस्थान द्वारा आपदा प्रबंधन के प्रशिक्षण के लिए 54.90 लाख रुपये की भी दी गई।

इस राशि से बाढ़ प्रभावित में पंजीकृत नावों के लिए 66,077 लाइफ जैकेट क्रय किए जाने के प्रस्ताव को अनुमोदन प्रदान किया गया।  बैठक में अपर मुख्य सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी, प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात, प्रमुख सचिव राजस्व पी गुरुप्रसाद, प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य पार्थ सारथी सेन शर्मा, राहत आयुक्त जीएस नवीन कुमार सहित अन्य उपस्थित थे। यह भी पढ़ें: एसआईटी ने बंद लिफाफे में शासन को दी हाथरस भगदड़ की प्रारंभिक रिपोर्ट, डीएम और एसपी से लंबी पूछताछ ।

If You Like This Story, Support NYOOOZ

NYOOOZ SUPPORTER

NYOOOZ FRIEND

Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.

डिसक्लेमर :ऊपर व्यक्त विचार इंडिपेंडेंट NEWS कंट्रीब्यूटर के अपने हैं,
अगर आप का इस से कोई भी मतभेद हो तो निचे दिए गए कमेंट बॉक्स में लिखे।

Read more Lucknow की अन्य ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें और अन्य राज्यों या अपने शहरों की सभी ख़बरें हिन्दी में पढ़ने के लिए NYOOOZ Hindi को सब्सक्राइब करें।