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UP News: यशोदा बन नर्सिंग स्टाफ ने नवजात की बचाई जान, नाम दिया कृष्णा; विदाई पर भर आईं सभी की आंखें
- न्यूज़
- Saturday | 2nd November, 2024
उन्होंने बताया कि बच्चे के साथ सबसे ज्यादा समय बिताने वाले नर्सिंग स्टाफ ने उसका नाम कृष्णा रखा है।
बच्चा ज्यादातर नर्सिंग स्टाफ की देखरेख में रहा।
इसलिए उन्होंने जन्माष्टमी के दिन अपनों के द्वारा फेंके गए बच्चे का नामकरण किया।उन्होंने बताया कि विभाग में करीब दो दर्जन से ज्यादा नवजात के जीवन को बचाया जा चुका है, जिनको उनके स्वजन छोड़कर चले गए थे।
जीएसवीएम मेडिकल कालेज प्राचार्य प्रो. संजय काला ने बताया कि डॉक्टरों ने कृष्णा को बचाने के लिए दिन-रात एक किया तो नर्सिंग स्टाफ ने मां की तरह उसका ख्याल रखा। इसे भी पढ़ें- इस्लामिक संघ ऑफ नेपाल सीमा क्षेत्र में फैला रहा भारत विरोधी एजेंडा, पुलिस मुख्यालय ने जारी किया अलर्टप्रयागराज का शिशु गृह होगा कृष्णा का घरकानपुर के एलएलआर अस्पताल के नर्सिंग स्टाफ ने नवजात का नाम कृष्णा रखा था तो हमीरपुर चाइल्ड लाइन की टीम ने अब उसका नाम लव रखा है।
इसी नाम को सरकारी दस्तावेजों में लिखा गया है। हमीरपुर के जिला प्रोबेशन अधिकारी राजीव कुमार सिंह ने बताया कि अगस्त में राठ कोतवाली के कस्बाखेड़ा गांव में झाड़ियों में नवजात पड़ा मिला था।
उसे राठ सीएचसी से जिला अस्पताल और फिर यहां से कानपुर रेफर किया गया था।
उसके स्वस्थ होने के बाद बाल कल्याण समिति द्वारा बालक को शिशु गृह प्रयागराज भेज दिया गया है। ।
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