शिवपुरी में राशन वितरण घोटाला, उपभोक्ताओं को गुमराह कर लगवाया फिंगर; जब राशन मांगने पहुंचे तो दिखाया अंगूठा

3 सितंबर 2024 की रात को दुकानदार ने राशन का वितरण न करके उसे कालाबाजारी के लिए बेच दिया, ऐसा आरोप है।

उपभोक्ताओं का कहना है कि खाद्यान्न की निर्धारित मात्रा भी उन्हें नहीं दी जाती और जब वे इसका विरोध करते हैं, तो विक्रेता और सहायक विक्रेता अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हैं और मारपीट करने पर उतारू हो जाते हैं।  विक्रेता व सहायक विक्रेता के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग बारोद के ग्रामीणों ने खाद्य विभाग से मांग की है कि विक्रेता हरवीर सिंह और सहायक विक्रेता रीतेश यादव के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि खाद्यान्न वितरण की स्थिति की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और औचक निरीक्षण कर इस भ्रष्टाचार को उजागर किया जाना चाहिए। ग्रामीणों ने यह भी कहा कि विक्रेता की दुकान को ग्राम की आबादी के मध्य स्थापित किया जाए और विक्रेता के स्थान पर किसी स्थानीय व्यक्ति को नियुक्त किया जाए, ताकि राशन वितरण में पारदर्शिता और ईमानदारी आ सके। यह भी पढ़ें- मस्जिद में महिला की हत्या में नया खुलासा; फोरेंसिक जांच से दुष्कर्म की पुष्टि, मनोवैज्ञानिकों की मदद लेगी आगरा पुलिस कार्रवाई न होने पर विरोध प्रदर्शन करेंगे ग्रामीण सहरिया क्रांति के संजू आदिवासी ,अजय आदिवासी, जगत सिंह आदिवासी ने इस मुद्दे की गंभीरता को देखते हुये अधिकारियों से अपील की है कि इस मामले की तत्काल और निष्पक्ष जांच की जाए।

यदि प्रशासन ने समय पर इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया और विक्रेता के खिलाफ सख्त कदम नहीं उठाए, तो ग्रामीण व्यापक विरोध प्रदर्शन करने के लिए मजबूर हो सकते हैं।

यह स्थिति गरीब आदिवासी परिवारों के जीवन के लिए एक बड़ा संकट बन चुकी है। राशन वितरण में हो रही अनियमितताओं के कारण उन्हें अपना काम छोड़कर राशन के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है।

ऐसे में, प्रशासन की जिम्मेदारी है कि वह इस भ्रष्टाचार को खत्म कर इन गरीब परिवारों को उनका हक दिलाए। यह भी पढ़ें- लखीमपुर में दर्दनाक हादसा, रेलवे ट्रैक पर रील बना रहे पति-पत्नी व ढाई साल के बच्चे की ट्रेन से कटकर मौत ।

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