झांसी के NICU अग्निकांड में एक और नवजात की मौत, प्रशासन का दावा- 11वीं मौत बर्न इंजरी से नहीं बीमारी से हुई

एनएचआरसी ने झांसी की घटना को मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन माना है।

आयोग की ओर से जारी बयान के अनुसार घटना में अस्पताल के जिम्मेदारों द्वारा लापरवाही का संकेत मिलता है।

घटना के पीड़ित एक सरकारी संस्थान की देखरेख में थे, जो उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने में विफल रहा। आयोग ने आपदा के लिए जिम्मेदार परिस्थितियों पर जवाबदेही और विस्तृत स्पष्टता की महत्वपूर्ण आवश्यकता पर जोर दिया है।

पीड़ितों को न्याय सुनिश्चित करने के लिए उठाए गए कदमों और भविष्य में ऐसी त्रासदियों को रोकने के लिए अपनाए गए उपायों को अपनी रिपोर्ट में शामिल करने को कहा है। नौ मृतकों के परिवार के खातों में भेजे गए पांच-पांच लाख रुपयेडीएम अविनाश कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री ने हादसे का संज्ञान लेते हुए मृत बच्चों के स्वजन को पांच-पांच लाख तथा घायल बच्चों के परिजन को 50-50 हजार की सहायता धनराशि की घोषणा की थी।

अग्निकांड में जिन 10 बच्चों की मौत हुई है, उनमें से नौ के स्वजन के बैंक खातों में पांच-पांच लाख रुपये धनराशि भेजी जा चुकी है। शेष बचे एक बच्चे के परिजन का बैंक में अकाउंट न होने के कारण सहायता राशि का भुगतान नहीं किया जा सका है।

खाता खोलने के बाद उन्हें सहायता राशि भेजी जाएगी।इसे भी पढ़ें: इलाहाबाद हाई कोर्ट पहुंचा TGT 2013 भर्ती मामला, छह सप्ताह बाद होगी सुनवाई; पढ़ें क्या है पूरा केस इसे भी पढ़ें: दिल्ली में कोहरे का कहर, IGI एयरपोर्ट पर फ्लाइटें एक घंटे तक हुईं लेट; इंडिगो एयरलाइंस ने X पर डाली पोस्ट ।

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