UP Bijli Bill: बिजली विभाग को हर माह करोड़ों का घाटा, केवल 17 फीसद उपभोक्ता भर रहे बिल; बढ़ती जा रही बकाया राशि

हर माह सैकड़ों की संख्या में बिल के सुधार कार्य कार्यालय में किए जा रहे विभाग ने लाखों रुपए का ठेका कम्पनी को शत-प्रतिशत उपभोक्ताओं के बिल बनाने की शर्त पर दे रखा है।

बिल बनाने का कार्य तो ऐन-केन-प्रकारेण पूर्ण कर दिया जा रहा है।

लेकिन उपभोक्ता ओं की शिकायतें आती है कि या तो उन्हें समय से बिल नहीं मिलता, मिलता है तो वह गलत दे दिया जाता।

इस बात को विभाग खुद भी इसलिए नहीं झुठला सकता, क्योंकि हर माह सैकड़ों की संख्या में बिल के सुधार कार्य कार्यालय में किए जा रहे हैं।

अब यदि भुगतान के आंकड़े पर नजर डालें तो आप सुनकर शायद दंग रह जाएंगे, बिल प्राप्त करने वाले 1,62,880 उपभोक्ताओं में से मात्र 28,498 उपभोक्ता ही नियमित रूप से अपने बिल की अदायगी कर रहे हैं, शेष उपभोक्ता जमा न करने की पीछे विभाग के ऊपर ही दोष जड़ रहे हैं।

अब ऐसे में विभाग को करोड़ों रुपए का नुकसान हर माह पहुंच रहा है।

खण्ड प्रथम की स्थिति माह  कुल उपभोक्ता  जारी बिल  जर्माकर्ता जनवरी  80,527  79,056  6,641 फरवरी  80,980  79,846  7,835 मार्च  81,158  80,078  8,906 अप्रैल  81,436  80,139  7,230 मई  81,656 81,323 7,155 खण्ड द्वितीय की स्थिति माह  कुल उपभोक्ता  जारी बिल  जर्माकर्ता जनवरी  80,373  76,775  19,846 फरवरी  80,540  78,377  21,271 मार्च  80,674  78,234  22,413 अप्रैल  80,876  78,226  20,154 मई  81,224  80,602  21,343 कुल  1,62,880  1,61,925  128,498 पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष बढ़ गया 20 फीसद लोड उपभोक्ताओं की संख्या में जिस तरह से वृद्धि की गयी है, उस लिहाज से सिस्टम को अपग्रेड नहीं किया गया है।

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