Ratan Tata Passed away: जमशेदपुरवासियों के लिए भगवान की तरह थे पद्म विभूषण रतन, टाटा का फैसला सुनते ही बजने लगी थीं तालियां

ट्रेनी से चेयरमैन तक का किया सफर रतन टाटा ने टाटा समूह में वर्ष 1962 में बतौर ट्रेनी के रूप में अपने व्यावसायिक जीवन की शुरुआत की।

वे नेल्को और एम्प्रेस मिल में बतौर नेतृत्वकर्ता के रूप में काम किया और वर्ष 1991 में अपनी नेतृत्व क्षमता के दम पर समूह के चेयरमैन भी बने।

वे वर्ष 1991 से वर्ष 2012 तक टाटा समूह के चेयरमैन के पद पर काम किया। समारोह के दौरान संस्थापक को श्रद्धांजलि देते हुए साइरस मिस्त्री। जब बतौर चेयरमैन साइरस से कराया था शहरवासियों का परिचय रतन टाटा वर्ष 2012 में बतौर चेयरमैन जब अंतिम बार संस्थापक दिवस पर शहर आए तो अपने उत्तराधिकारी के रूप में साइरस मिस्त्री को साथ लाए थे।

तीन मार्च की सुबह साढ़े नौ बजे बिष्टुपुर पोस्टल पार्क से उन्होंने साइरस मिस्त्री का शहरवासियों से बतौर चेयरमैन परिचय कराया। रतन टाटा ने शहरवासियों को आधिकारिक रूप से बताया कि उनके बाद टाटा समूह का नेतृत्व अब साइरस मिस्त्री संभालेंगे।

उस समय रतन टाटा के इस निर्णय का शहरवासियों ने तालियां बजाकर स्वागत व अभिनंदन किया था। यह भी पढ़ें यह टाटा के डीएनए में है..., Ratan Tata की चाहत और चेयरमैन का पद, लोगों को देते थे बस एक ही सलाह Ratan Tata Death News: रतन टाटा के निधन से शोक की लहर, आनंद महिंद्रा और गौतम अडानी के बाद बिहार से भी आया रिएक्शन ।

If You Like This Story, Support NYOOOZ

NYOOOZ SUPPORTER

NYOOOZ FRIEND

Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.

डिसक्लेमर :ऊपर व्यक्त विचार इंडिपेंडेंट NEWS कंट्रीब्यूटर के अपने हैं,
अगर आप का इस से कोई भी मतभेद हो तो निचे दिए गए कमेंट बॉक्स में लिखे।