Jamshedpur News: दीवाली पर जमशेदपुर में केवल 2 घंटे फोड़ पाएंगे पटाखे, नियम का उल्लंघन करना पड़ेगा भारी

साइलेंट जोन में 100 मीटर परिधि में आतिशबाजी और पटाखे चलाने पर रोक रहेगी।

निर्देशों का उल्लंघन करने वालों पर वायु प्रदूषण निवारण नियंत्रण अधिनियम के तहत कार्रवाई की जायेगी।

इसे लेकर राज्य के सभी जिलों के उपायुक्तों को भी पत्र लिखा गया है।

पटाखे जलाने के नुकसान1. वायु प्रदूषण: पटाखों से निकलने वाले धुएं में हानिकारक गैस होती हैं, जो हवा को जहरीली बनाती हैं।2. ध्वनि प्रदूषण: पटाखों की आवाज से ध्वनि प्रदूषण होता है, जो बीमार और हार्ट के मरीजों के लिए हानिकारक हो सकता है।3. आग लगने का खतरा: पटाखे जलाने से आग लगने का खतरा होता है, जिससे जान-माल की हानि हो सकती है। 4. स्वास्थ्य समस्याएं: पटाखों के धुएं में मौजूद हानिकारक गैसें स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकती हैं, जैसे कि अस्थमा, श्वसन समस्याएं आदि।5. पर्यावरण प्रदूषण: पटाखों से निकलने वाले कण और गैसें पर्यावरण को प्रदूषित करते हैं।6. जानवरों पर प्रभाव: पटाखों की आवाज और धुआं जानवरों को डरा सकता है और उनके स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। 7. आर्थिक नुकसान: पटाखों की खरीद और जलाने से आर्थिक नुकसान हो सकता है, खासकर गरीब परिवारों के लिए।8. यातायात और सड़क दुर्घटनाएं: पटाखों की वजह से सड़कों पर धुंधलापन हो सकता है, जिससे यातायात और सड़क दुर्घटनाएं हो सकती हैं।इन नुकसानों को देखते हुए, पटाखों के उपयोग को कम करना या बिल्कुल बंद करना ही सबसे अच्छा विकल्प है।

वहीं बच्चों को पटाखे से बिल्कुल ही दूर रखें। School Holidays: दीवाली और छठ पर यूपी और बिहार में कितने दिन बंद रहेंगे स्कूल, यहां पढ़ें डिटेल Bihar Train News: छठ-दिवाली पर घर लौटने के लिए किस ट्रेन में सीट उपलब्ध, पढ़ें सभी गाड़ियों की लिस्ट ।

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