Chandil Dam Plane Crash: जमशेदपुर विमान हादसे की पहली रिपोर्ट आई सामने, पायलट ने कर दी थी बड़ी चूक

विमान व इंजन दोनों ही बेहतर मृणाल ने रिपोर्ट को आधार बनाते हुए कहा कि दुर्घटनाग्रस्त विमान न ही पुराना था और न इंजन में किसी तरह की खराबी थी।

1979 में निर्मित सेसना 152 वीटी-टीएजे को एक साल के लिए उड़ान योग्यता प्रमाण पत्र (सीओए) 16 जुलाई 2025 तक के लिए मिला हुआ था।

विमान में लाइकिंग इंजन लगा हुआ है।

दुर्घटना से पहले विमान ने 16,128.40 एयर फ्लाइंग घंटे की उड़ान भर चुका था और 1840.55 घंटे उड़ान होना बाकी था। ।

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