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डिजिटल इंडिया में कैशलेस बढ़ा ट्रांजेक्शन, थम गईं शहर को थर्राने वालीं लूट की वारदातें; पढ़ें कैसे बदली तस्वीर
- न्यूज़
- Friday | 3rd May, 2024
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अमित मिश्रा, ग्वालियर।
सरेआम गोली मारकर लाखों रुपये लूटने की वारदातों से शहर थर्राया रहता था।
शायद ही ऐसा कोई साल, महीना होता था जब बैंक के बाहर, बैंक से आते-जाते समय किसी कारोबारी या उसके कर्मचारी व कलेक्शन एजेंसी के कर्मचारी को टारगेट कर लूट की वारदात नहीं होती थी।
लूट की रकम लाखों में होती थी।
यह घटनाएं अक्सर शहरवासियों को चिंता में डाल देती थीं।
लोगों को बड़ी रकम साथ ले जाने में डर लगता था, लेकिन लाखों रुपये लूट की यह वारदातें अब थम गईं हैं।
करीब डेढ़ साल के आंकड़ों पर नजर डालें तो नकद रुपये लूटे जाने की एक भी बड़ी वारदात नहीं हुई, इसकी वजह कैशलेस ट्रांजेक्शन का बढ़ना है।
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