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साहब! 1500 रुपये में बनता है जन्म प्रमाण पत्र, नगर निगम बोर्ड बैठक में पार्षदों ने लगाए गंभीर आरोप; सदन में सन्नाटा
- न्यूज़
- Tuesday | 8th October, 2024
बैठक में दिग्विजयनगर के पार्षद ऋषि मोहन वर्मा ने जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र का मुद्दा उठाते हुए कहा कि प्रमाण पत्र जारी होने में दो से तीन महीने लग जा रहे हैं।
यह समस्या एक वर्ष से अधिक समय से बनी हुई है।
निगम के कर्मचारी, आवेदकों को तहसील से रिपोर्ट नहीं आने की बात बताते हैं। तहसील जाने पर वहां से कोई जानकारी ही नहीं मिलती।
नगर निगम से नहीं होती देरी चूंकि आवेदन नगर निगम में जमा होता है और प्रमाण पत्र यहीं से जारी होते हैं, इसलिए जिम्मेदारी भी नगर निगम की बनती है।
इसपर अपर नगर आयुक्त शिव पूजन यादव ने कहा कि नगर निगम से देरी नहीं होती है।
तहसील से होती है।
जवाब में ऋषि मोहन वर्मा ने एक केस का हवाला देते हुए बताया कि जो प्रमाण पत्र नगर निगम से जारी होते हैं, उनमें भी देरी हो रही है।
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