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संवादी गोरखपुर: `सिर्फ मनोज तिवारी, रवि किशन और पवन सिंह से भोजपुरी नाहीं चली....`
- न्यूज़
- Sunday | 27th October, 2024
संवादी के दूसरे दिन पांचवां सत्र में मनोज तिवारी ने संचालक के सवालों का भोजपुरी में जवाब देते हुए कहा कि भोजपुरी सिर्फ मनोज तिवारी, रवि किशन, निरहुआ, पवन सिंह से नाहीं चली।
ये खातिर घर-घर से प्रयास हो खय। इसे भी पढ़ें-संवादी गोरखपुर कार्यक्रम को सीएम योगी ने सराहा, बोले- दृष्टि साकारात्मक तो परिणाम भी आते हैं साकारात्मकबातचीत के दौरान संचालक निराला ने मनोज तिवारी से भोजपुरी को अब तक आठवीं अनुसूची में क्यों नहीं शामिल किया जा सका।
इसका डिग्रेशन क्यों हो रहा है सहित कई बिंदुओं पर बातचीत की। सांसद मनोज तिवारी ने इसका विस्तार से जवाब देते हुए कहा कि भोजपुरी की शुरुआत मनोज तिवारी से नाई, बल्कि आदि काल से हय।
अगर आज आप रामलीला भी देखते होंगे तो राम व केवट का संवाद भोजपुरी में ही होता होगा।
भोजपुरी भाषा, अवधी भाषा।
भाषा बहुत सी है, लेकिन भोजपुरी की अच्छी यात्रा शुरू हुई डा.राजेन्द्र प्रसाद के माध्यम से।
राष्ट्रपति होने के बाद जब उन्हें हिंदी सिनेमा के लोगों ने मुंबई बुलाया। परंपरा जेम्स एंड ज्वेल्स के निदेशक संजय अग्रवाल को सम्मानित करते सुनील गुप्त निदेशक दैनिक जागरण।
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