Neck Pain: गर्दन में दबाकर करते मोबाइल फोन पर बात, हो जाएगी यह गंभीर बीमारी

फिजिकल मेडिसिन एंड रिहेबिलिटेशन (पीएमआर) की ओर से आयोजित सम्मेलन में विशेषज्ञों ने बताया कि यदि लैपटाप पर ज्यादा देर तक काम करना है तो इसे इतनी ऊंचाई पर रखें कि स्क्रीन का ऊपर का एक तिहाई हिस्सा आंख की सीध में हो।कार्यालय या जिस स्थान पर देर तक लैपटाप का इस्तेमाल करना है वहां कुर्सी और मेज की भी सही ऊंचाई होनी बहुत जरूरी है।

लैपटाप की ऊंचाई के लिए स्टैंड या मोटी किताबों को नीचे रखा जा सकता है। इसे भी पढ़ें-मंत्री नन्दी की कंपनी से ठगी की रकम से खरीदी गई क्रिप्टो करेंसी, 100 से अधिक खाते में हुई ट्रांसफरएम्स गोरखपुर में पीएमआर विभाग के प्रमुख व सम्मेलन के आयोजन सचिव डा. अमित रंजन ने कहा कि अब कम उम्र के बच्चे भी गर्दन, हाथ में दर्द के साथ आ रहे हैं।

इनको दिक्कत सही मुद्रा में न बैठने के कारण हुई है।

कई बार एम्सरे, सीटी स्कैन या एमआरआइ में भी कोई दिक्कत नहीं मिलती पर दर्द बना रहता है। यह होता है गलत मुद्रा में कार्य करने के कारण।

इस पर सभी को बात करनी चाहिए और जानकारी रखनी चाहिए।

विभाग जल्द ही जागरूकता कार्यक्रम भी शुरू करेगा।सम्मेलन के मुख्य अतिथि एम्स गोरखपुर में अकादमिक समिति के चेयरमैन डा. अशोक प्रसाद रहे।

एम्स नई दिल्ली के डा. सलाज राणा ने दिव्यांगाें के लिए सहायक उपकरणों के बारे में बताया। गर्भवती सही मुद्रा में सोएंकरवट लेकर सोना न केवल ज्यादा आरामदायक होता है, वरन गर्भवती और गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए रक्त प्रवाह को बेहतर बनाने में भी मदद करता है।

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