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Gorakhpur News: चिड़ियाघर परिसर में खिले फूलों पर दिखने लगीं रंग-बिरंगी तितलियां, परिसर का बदला माहौल
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- Saturday | 30th November, 2024
इसके बाद से ही तितलियां वहां पौधों पर बैठने लगी हैं।
हालांकि पौधों के छोटे होने और फूल नहीं आने से ये तितिलियां परिसर में लगे अन्य पौधों में खिले से फूल पर बैठ रही हैं।
चिड़ियाघर प्रशासन का कहना है कि लोकार्पण के बाद जल्द ही तितलीघर को दर्शकों के लिए दोबारा से खोल दिया जाएगा।
अभी उसे बंद किया गया है।इसे भी पढ़ें-नेपाल में पशु बलि रोकने के लिए सीमा पर निगरानी, चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा बल तैनात पौधों पर नहीं किया जाता कीटनाशक का प्रयोगचिड़ियाघर के मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. योगेश प्रताप सिंह ने बताया कि प्राणि उद्यान परिसर में पौधों पर किसी प्रकार के कीटनाशक का प्रयोग नहीं किया जाता।
घास को साफ करने के लिए भी नहीं होता है।
उसे कटर मशीन से छांट दिया जाता है।डा. योगेश ने बताया कि तितलियों को फूल, फल और पत्तियों वाले मीठे पौधे पसंद हैं।
तितलीघर में उनके लिए कोस्मोस, चम्पा, गेंदा, मदार, चमेली, गुलाब, बटरफ्लाई बुश, लैंटाना, जेनिया, मरिगोल्ड, सूरजमुखी, हिबिस्कस, पेटुनिया, डहेलिया आदि को तितलीघर समेत परिसर में में लगाया गया है। इसे भी पढ़ें- विशाल सिंह हत्याकांड: भोर में तड़-तड़ड़ाई गोलियां, मुठभेड़ में इनामी राहुल अली गिरफ्तार अब तक इन प्रजाति की तितलियां दिखींडा. योगेश ने बताया कि चिड़ियाघर परिसर में कामन लाइम, कामन मारमोन, कामन इमिग्रेंट, लार्ज सैल्मन अरब, स्माल सैल्मन अरब, चाकलेट पैंसी, कामन क्रो समेत अन्य प्रजाति की तितलियां देखने को मिल रही हैं।
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