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Air Pollution: गोरखपुर में आतिशबाजी के साथ चढ़ा सीओ2 का ग्राफ, सेहत के लिए बना खतरा
- न्यूज़
- Monday | 4th November, 2024
सुबह छाया रहा धुंध।
जागरण ऐसे में उस दौरान वायुमंडल में व्याप्त सीओ2 तब तक बना रहता है, जबत क सुबह नहीं हो जाती और पौधे प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया शुरू नहीं कर देते।
डा. रामवंत निगरानी से निगरानी से प्राप्त आंकड़ों का एक सुझाव भरी रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं, जिसे वह विश्वविद्यालय प्रशासन के माध्यम से पर्यावरण विभाग को सौंपेंगे ताकि उनके इस अध्ययन के जरिये विभाग आमजन को जागरूक कर सके। इसे भी पढ़ें- यूपी में गुलाबी ठंड की दस्तक, प्रदेश के पूर्वी इलाकों में बूंदाबांदी के आसार; पढ़ें मौसम अपडेटहानिकारक है इस तरह सीओ2 का बढ़ना : डा. रामवंतडा. रामवंत ने अपने अध्ययन के आधार पर बताया है कि आतिशबाजी के चलते इस तरह से सीओ2 का बढ़ना मनुष्य की सेहत के लिए हानिकारक है।
जैसे-जैसे वायुमंडल में सीओ2 की मात्रा मानक से अधिक बढ़ती है, सांस लेने में दिक्कत होने लगती है।
चक्कर आने लगता है और चेतना की हानि होने लगती है।
बंद स्थानों पर यह स्थिति दम घुटने का कारण भी बन सकती है। दीवाली की शाम से रात तक सीओ2 की स्थिति समय सीओ2 (पीपीएम) 04 बजे 435 05 बजे 455 6 बजे 475 07 बजे 494 08 बजे 517 09 बजे 596 10 बजे 546 11 बजे 531 12 बजे 530 01 बजे 501 02 बजे 440 ।
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