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गीताप्रेस के पाठकों को ‘श्रीकृष्णलीला’ का 84 साल बाद पुन: दर्शन, 1938-40 में प्रकाशित हुई थीं प्रतियां
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- Friday | 8th November, 2024
इसे भी पढ़ें-दिल्ली जाना है तो इंतजार कीजिए, गोरखधाम में नो रूम, वैशाली फुल चित्रों की संख्या बढ़ाकर लगभग 101 कर दी गई है।
पुस्तक में श्रीकृष्ण बाललीला के 73 प्रसंग हैं।
पुस्तक प्रकाशन की प्रक्रिया नवंबर के अंतिम सप्ताह तक पूर्ण होने की उम्मीद है।
दिसंबर तक संभावना है कि यह बुक स्टालों पर उपलब्ध हो जाएगी।गीताप्रेस प्रबंधक डा. लालमणि तिवारी ने कहा कि श्रीकृष्णलीला दर्शन बहुत ही महत्वपूर्ण पुस्तक है।
इसीलिए गीताप्रेस ने अपनी स्थापना के शुरुआती वर्षों में ही इसे प्रकाशित किया था।
उस समय हमारे पास संसाधन बहुत सीमित थे।
इसलिए श्रीरामचरितमानस, श्रीमद्भ्रगवद्गीता समेत कुछ अन्य लोकप्रिय पुस्तकों का प्रकाशन तो होता रहा लेकिन यह पुस्तक नहीं छप सकी। अब हमारे पास पर्याप्त संसाधन उपलब्ध हैं, इसलिए श्रीकृष्णलीला दर्शन का पुन: प्रकाशन करने का निर्णय लिया गया है।
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