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Bihar News: मूर्ति कला को जीआई टैग मिलने की उम्मीद से शिल्पकारों में खुशी, कारोबार में होगी बढ़ोतरी
- न्यूज़
- Thursday | 29th August, 2024
इसके बाद पत्थरकट्टी के कालं ग्रेनाइट पत्थर से विष्णुपद मंदिर का निर्माण कराया गया।
इसी वजह से गांव का नाम पत्थरकट्टी रखा गया था।
जो आज पूरे विश्व में पत्थर की मूर्तियों के निर्माण को लेकर प्रसिद्ध है। पत्थरकट्टी में मूर्ति रिसोर्ट का किया गया निर्माण पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए सरकार ने पत्थरकट्टी में लगभग सात करोड़ रुपये की राशि से मूर्ति रिसोर्ट का निर्माण कराया है।
मूर्ति रिसोर्ट में 12 दुकानें हैं।
इनमें शिल्पकार अपनी मूर्तियां बेचने के लिए रख सकेंगे। देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को ठहरने के लिए यहां गेस्ट हाउस भी बनाया गया है।
लेकिन निर्माण के सात वर्ष बाद भी उद्घाटन नहीं होने से रिसोर्ट खंडहर में तब्दील हो गया है। मूर्ति बनाने के लिए दिया जाता है प्रशिक्षण पत्थरकट्टी में सरकार ने पत्थर की मूर्ति एवं लकड़ी की मूर्ति बनाने के लिए एक प्रशिक्षण केंद्र खोला है, जो सामान्य सुविधा केंद्र के नाम से जाना जाता है। इस केंद्र में लोगों को पत्थर की मूर्तियां एवं लकड़ी की मूर्तियां बनाने के लिए प्रशिक्षण दिया जाता है।
प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले को प्रतिदिन तीन रुपये भी दिए जाते हैं।
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