- होम >>
Uttarakhand: फुटकर मंडियों पर नहीं नियंत्रण, विक्रेता फल-सब्जियों के वसूल रहे मनमाने दाम; इस तरह जनता को कर रहे गुमराह
- न्यूज़
- Thursday | 28th November, 2024
वजह है कि थोक मंडी में कार्रवाई की जिम्मेदारी मंडी परिषद की है।
लेकिन मंडी एक्ट के अनुसार फुटकर विक्रेताओं पर मंडी परिषद के नियम कानून लागू नहीं होते हैं।
हालांकि फुटकर मंडियों पर रेट लिस्टिंग की जिम्मेदारी प्रशासन की है।
कोरोनाकाल के बाद से प्रशासन की ओर से फुटकर विक्रेताओं पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।
जिससे फुटकर विक्रेता ग्राहकों को मनमानें दाम पर फल, सब्जियां बेच रहे हैं। फल, सब्जियों पर प्रति किलो 20 रुपये मुनाफा भी बहुत ज्यादामंडी परिषद के अनुसार कोरोनाकाल में प्रशासन की ओर से फुटकर मंडियों पर शिकंजा सकने के लिए कीमत तय करने के लिए रोस्टर तैयार किया गया था।
जिसमें आढ़त शुल्क, भाड़ा तय करने के बाद प्रति किलो के हिसाब से 20 रुपये मुनाफा तय किया गया था।यह भी पढ़ें- 20 हजार करोड़ की महत्वाकांक्षी नमामि गंगे परियोजना हुई थी लॉन्च, लेकिन आठ साल बाद भी राम तेरी गंगा मैली बाकायदा रेट लिस्ट दुकानों के बाहर चस्पा किए गए थे।
लेकिन अब फुटकर मंडियों से रेट लिस्ट भी गायब हो गई है।
If You Like This Story, Support NYOOOZ
Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.
Read more Dehradunकी अन्य ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें और अन्य राज्यों या अपने शहरों की सभी ख़बरें हिन्दी में पढ़ने के लिए NYOOOZ Hindi को सब्सक्राइब करें।
डिसक्लेमर :ऊपर व्यक्त विचार इंडिपेंडेंट NEWS कंट्रीब्यूटर के अपने हैं,
अगर आप का इस से कोई भी मतभेद हो तो निचे दिए गए कमेंट बॉक्स में लिखे।