Dehradun News: शहर के प्रतिष्ठित स्कूल में बनी मजार को लेकर हंगामा, विरोध के बाद प्रशासन ने तोड़ी

एसडीएम सदर और पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे तो पाया कि परिसर में एक कोने पर मजार का निर्माण किया जा रहा है।

निर्माण स्थल स्कूल की बाउंड्रीवाल से सटा हुआ था और वहां आसपास स्कूल का कोई गेट या रास्ता भी नहीं है।

एसडीएम की रिपोर्ट के अनुसार पहले तो जिलाधिकारी सविन बंसल ने वैधानिक कार्रवाई के निर्देश दिए थे, लेकिन बाद में निर्माणाधीन मजार को ध्वस्त करवा दिया गया। धार्मिक स्थल के निर्माण में प्रशासनिक अनुमति जरूरीकहीं भी धार्मिक स्थल के निर्माण के लिए प्रशासन से अनुमति आवश्यक है।

सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के अनुसार मजार या कोई अन्य धार्मिक स्थल जिलाधिकारी की अनुमति के बाद ही बनाए जा सकते हैं।

अभी यह भी स्पष्ट नहीं हो पाया है कि मजार का निर्माण करने वाले कौन हैं और निर्माण के पीछे क्या मकसद था।इसे भी पढ़ें-उत्तराखंड में न्याय पंचायत स्तर पर लगेंगे ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन, मौसम की मिलेगी सटीक जानकारी; योजना का खाका तैयार पीसीएस मुख्य परीक्षा हिंदी माध्यम के छात्रों ने मांगा अतिरिक्त समयपीसीएस मुख्य परीक्षा में हिंदी माध्यम के अभ्यर्थियों ने आयोग से परीक्षा के दौरान अतिरिक्त समय देने की मांग उठाई है।

पीसीएस मुख्य परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों ने आयोग को पत्र लिखा है।

अभ्यर्थी मनोज कुमार, जय प्रताप, जयकृत सिंह, आदित्य, नीलम, गौरी बिष्ट आदि ने यूकेपीएससी के सचिव को लिख पत्र का हवाला देने हुआ बताया कि वे पीसीएस मुख्य परीक्षा हिंदी माध्यम के अभ्यर्थी हैं। आयोग की ओर से जारी पाठ्यक्रम में कई विसंगतियां पाई गई, दावा किया कि हिंदी माध्यम के पाठ्यक्रम में लगभग 28 से 30 प्रतिशत विषय छोड़ दिए गए, जो कि अंग्रेजी माध्यम पाठ्यक्रम में मौजूद है।

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