Air Pollution: देहरादून घाटी से धीरे-धीरे हटेगा फिजाओं में घुला जहर, दीवाली के बाद से हालत खराब

उत्तराखंड पर्यावरण संरक्षण एवं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से भी दीपावली पर दून में घंटाघर, नेहरू कालोनी और दून विवि क्षेत्र में वायु प्रदूषण नापने के लिए यंत्र स्थापित किए गए थे।

जहां दीपावली से एक सप्ताह पूर्व से एक्यूआइ रिकार्ड किया जा रहा है, जो कि दीपावली के एक सप्ताह तक जारी रहता है। देहरादून में बीते पांच दिनों में हवा की गुणवत्ता दिनांक घंटाघर नेहरू कालोनी दून विवि दो नवंबर 217 201 220 एक नवंबर 269 215 260 31 अक्टूबर 288 243 333 30 अक्टूबर 180 131 165 29 अक्टूबर 123 105 99 (एक्यूआइ 200 से अधिक होने पर स्वास्थ्य के लिए बेहद खराब माना जाता है।) सांस के मरीज मास्क जरूर पहनेंदून अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डा. अनुराग अग्रवाल ने सलाह दी है कि वायु प्रदूषण से सांस के रोगियों को काफी परेशानी हो सकती है।

प्रदूषण अस्थमा के दौरे को ट्रिगर कर सकता है।

प्रदूषण से सांस लेने में कठिनाई होती है, खासकर फिजिकल एक्टिविटी के दौरान। इसे भी पढ़ें-केदारनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद, रिकॉर्ड संख्या में पहुंचे तीर्थयात्री लंबे समय तक प्रदूषण के संपर्क में रहने से फेफड़े खराब हो सकते हैं।

इम्यून सिस्टम भी कमजोर होता है, जिससे इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है।

दून की हवा अब भी खराब बनी हुई है, ऐसे में अगले कुछ दिन सांस के मरीज मास्क का प्रयोग अवश्य करें। दीपावली पर आइएसबीटी क्षेत्र में सबसे ज्यादा शोरप्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से दीपावली के दौरान घंटाघर, नेहरू कालोनी और आइएसबीटी क्षेत्र में ध्वनि प्रदूषण मापने के यंत्र भी स्थापित किए गए।

जिसमें दून के विभिन्न क्षेत्रों में शोर को दर्ज किया गया।

If You Like This Story, Support NYOOOZ

NYOOOZ SUPPORTER

NYOOOZ FRIEND

Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.

डिसक्लेमर :ऊपर व्यक्त विचार इंडिपेंडेंट NEWS कंट्रीब्यूटर के अपने हैं,
अगर आप का इस से कोई भी मतभेद हो तो निचे दिए गए कमेंट बॉक्स में लिखे।

Read more Dehradunकी अन्य ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें और अन्य राज्यों या अपने शहरों की सभी ख़बरें हिन्दी में पढ़ने के लिए NYOOOZ Hindi को सब्सक्राइब करें।