प्रखंड पर्यटन दर्शनीय बिहार : दरभंगा के हयहट्ट देवी मंदिर में प्रतिमा की जगह सिंहासन की होती पूजा, रोचक है कथा

इतना कहते ही वे बेहोश हो गए।

उसके बाद माता ने साधक को स्वप्न दिया कि तुम मेरी मूर्ति को सिंहासन से उठाकर ले चलो।

साधक मूर्ति को हाबीडीह गांव ले आया और एक जगह स्थापित कर पूजा करने लगा।

उसी स्थान पर हयहट्ट देवी का मंदिर है। जब नवादा गांव के लोगों को इस बात का पता चला तो वे आक्रोशित हो गए और मूर्ति वहां से उठा कर लाने का निर्णय लिया।

उसी रात पुजारी दामोदर गोसाई को भगवती ने स्वप्न दिया कि नवादा गांव के लोग मेरे सिंहासन की ही पूजा करें। मैं उसी में प्रसन्न रहूंगी, तभी से लोग यहां सिंहासन की पूजा करने लगे।

मंदिर के पुजारी अमरनाथ ठाकुर ने बताया कि नवादा की भगवती अंकुरित भगवती हैं।

जो भक्त सच्चे मन से इनके सिंहासन की पूजा करते हैं, उनकी मनोकामना अवश्य पूरी होती है। दही-चूड़ा और पेड़े का ले सकेंगे स्वाद यहां आने वाले भक्तों के लिए मंदिर प्रांगण में ही खाने-पीने की कई दुकानें हैं।

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