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Bihar Jamin Survey: अगर जमीन हो गई सरकारी ताे क्या करें? यहां मिलेगा एक-एक सवाल का जवाब
- न्यूज़
- Monday | 2nd September, 2024
मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने में भू-स्वामियों के छूट रहे पसीने जानकारी के अनुसार जो पुश्तैनी जमीन अब भी दादा- परदादा के नाम से है।
उन मृतक पूर्वजों का मृत्यु प्रमाण पत्र जमीन के कागज के साथ जमा करना जरूरी है।
इसे बनाने में जमीन मालिकों के पसीने छूट रहे हैं। वंशावली तैयार करने के लिए भी भू-स्वामी सैकड़ों की संख्या में रोज कचहरी पहुंच रहे हैं।
जबकि शपथ पत्र के माध्यम से वंशावली बनाने की बाध्यता नहीं है।
खुद की घोषणा से ही वंशावली बनाया जाना है। वंशावली बनाने कचहरी पहुंचे सुमन सिंह, राम पुकार मिश्र, संतोष मिश्रा, दशरथ यादव, मो.इरशाद ने बताया कि शपथ पत्र के माध्यम से वंशावली बनाने में 300 से 500 रुपये लग रहा है। भू-स्वामी कर रहे हैं दस्तावेज की खोज ग्रामीणों ने बताया कि उन लोगों की अधिकांश जमीन के कागजात नष्ट हो चुके हैं।
सर्वे में कागजात की जरूरत पड़ेगी।
कागजात का नकल निकालने आए हैं।
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