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Bihar Bhumi Survey 2024: जमीन सर्वे में सबसे बड़ी बाधा दूर, नीतीश सरकार ने निकाली गजब की स्कीम
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- Thursday | 19th September, 2024
इनके अलावा, मुस्लिम उर्दू-फारसी में लिखते थे।
इस तरह अंग्रेज शासनकाल से लेकर आजादी के बाद भी जमीनी दस्तावेज लेखन कैथी में चलता रहा।
कैथी लिपि में अक्षरों के ऊपर शिरोरेखा नहीं होती है।
इसमें सभी अक्षर एक साथ लिखे जाते हैं।
इसमें हर्स्व इ और दीर्घ ऊ की मात्रा भी नहीं लगाई जाती। इसमें संयुक्त अक्षर जैसे– ऋ, क्ष, त्र, ज्ञ, श्र आदि का प्रयोग नहीं किया जाता है।
इतना ही नहीं, शब्द या वाक्य भी नहीं बनाया जाता है, इसीलिए आज इसे पढ़ने में कठिनाई आती है। ये भी पढ़ें- Bihar Bhumi Survey: क्या भूमि सर्वे पर लगेगी रोक? पटना हाई कोर्ट पर टिकी निगाहें; मुश्किल में सरकार ये भी पढ़ें- Bihar Bhumi Survey: जमीन सर्वे से राहत कम आफत ज्यादा डॉक्युमेंट रीडिंग के लिए लग रहे 15 से 20 हजार रुपये ।
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