CM के खिलाफ नारेबाजी पर भड़के प्रदर्शनकारी छात्र, कहा- नॉर्मलाइजेशन के खिलाफ हैं, इसे राजनीति से न जोड़ें

इसे भी पढ़ें- प्रयागराज में छात्रों का प्रदर्शन तीसरे द‍िन भी जारी, लगातार बढ़ती जा रही संख्‍या, समाधान की तलाश में अधिकारी प्रतियोगी छात्र मनाएंगे काला दिवसएक दिवसीय परीक्षा की मांग को लेकर आयोग के बाहर प्रदर्शन कर रहे कुछ प्रतियोगी छात्रों ने बुधवार को काला दिवस मनाने का निर्णय लिया है।

इसे लेकर छात्रों ने इंटरनेट मीडिया पर विरोध प्रदर्शन करने और अपनी बात को व्यापक रूप से सामने लाने की योजना बनाई है।

इसके लिए छात्रों ने इंटरनेट मीडिया पर अपनी प्रोफाइल तस्वीरों को काले रंग में बदलकर विरोध व्यक्त करने के लिए मैसेज शुरू किया है।

हालांकि प्रतियोगी छात्रों का एक समूह ऐसे किसी विरोध प्रदर्शन से इनकार कर रहा है। ढोल-नगाड़ों के साथ भरी हुंकारमंगलवार को प्रदेश भर से प्रतियोगी छात्र बड़ी संख्या में ढोल-नगाड़ों के साथ प्रयागराज स्थित आयोग पहुंचे और पूरे जोश से प्रदर्शन किया।

छात्रों का कहना है कि आयोग उनके आग्रहों को अनसुना कर रहा है और इसलिए उन्हें अपनी बात पहुंचाने के लिए यह तरीके अपनाने पड़ रहे हैं। सड़क से इंटरनेट मीडिया तक संग्रामप्रदर्शन के दौरान नारों और थाली बजाने के साथ छात्रों ने ढोल-नगाड़ों और फिल्मी गीतों की पैरोडी से विरोध जताया।

छात्रों के हाथों में पोस्टर थे, जिन पर लिखा था, आए हम बाराती, बारात लेकर; जाएंगे नोटिस अपने साथ लेकर।

इसके अलावा पहले जनाब कोई शिगूफा उछाल दो, फिर दो शिफ्ट का बोझ प्रतियोगी पर डाल दो जैसे स्लोगन भी सुनाई दे रहे थे।छात्रों का आरोप है कि आयोग की नॉर्मलाइजेशन प्रणाली से परीक्षा प्रक्रिया में असमानता आती है, जो उनके भविष्य के लिए हानिकारक साबित हो सकती है सड़क से इंटरनेट मीडिया तक जारी विरोध आयोग के साथ इस संघर्ष में छात्रों का यह आंदोलन अब केवल सड़क तक ही सीमित नहीं रहा, बल्कि सोशल मीडिया पर भी इसने अपनी एक जगह बना ली है। यूपीपीएससी सचिव अशोक कुमार ने बताया कि पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा-2024 व आरओ/एआरओ प्रारंभिक परीक्षा-2023 अपने नियत तारीख व समय पर ही होगी।

If You Like This Story, Support NYOOOZ

NYOOOZ SUPPORTER

NYOOOZ FRIEND

Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.

डिसक्लेमर :ऊपर व्यक्त विचार इंडिपेंडेंट NEWS कंट्रीब्यूटर के अपने हैं,
अगर आप का इस से कोई भी मतभेद हो तो निचे दिए गए कमेंट बॉक्स में लिखे।

Read more Allahabad की अन्य ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें और अन्य राज्यों या अपने शहरों की सभी ख़बरें हिन्दी में पढ़ने के लिए NYOOOZ Hindi को सब्सक्राइब करें।