Aligarh Lok Sabha Result 2024: अलीगढ़ में रोचक हुआ मुकाबला, सपा-भाजपा में कांटे की टक्कर; रुझानों में किसे बढ़त?

प्रत्याशी पार्टी चुनाव चिह्न उम्र शैक्षिक योग्यता बिजेंद्र सिंह समाजवादी पार्टी साइकिल 67 बीए सतीश कुमार गौतम भाजपा कमल 51 स्नातक हितेंद्र कुमार उर्फ बंटी उपाध्याय बहुजन समाज पार्टी हाथी 45 स्नातक मनोज कुमार उर्फ मनोज लोधी समान अधिकार पार्टी पेट्रोल पंप 37 एमसीए मनोज कुमार शर्मा एडवोकेट लोकतांत्रिक जनशक्ति पार्टी त्रिभुज 48 एलएलबी राजकुमार राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी हाकी-बाल 40 हाईस्कूल सतीश कुमार स्वतंत्र जनताराज पार्टी झूला 25 इंटरमीडिएट सुरेंद्र मौलिक अधिकारी पार्टी आटो रिक्शा 34 बीएससी केशव देव उर्फ पंडित केशव देव गौतम निर्दलीय चप्पलें 48 निरक्षर दिलीप शर्मा एडवोकेट निर्दलीय कांच के गिलास 41 बीए एलएलबी महेश चंद्र शर्मा निर्दलीय मेज 53 हाईस्कूल राजेश कुमार निर्दलीय गैस सिलेंडर 46 हाईस्कूल सतीश कुमार निर्दलीय फूलगोभी 52 आठवीं ज्ञानी राम निर्दलीय बाल्टी 65 आठवीं अलीगढ़ लोकसभा सीट (Aligarh Lok Sabha Seat) में पांच विधानसभा सीटें आती हैं।

जिसमें अलीगढ़ शहर, कोल, बरौली, खैर व अतरौली विधानसभा शामिल है। कब और कितनी हुई वोटिंग (Aligarh Lok Sabha Seat Voters) अलीगढ़ लोकसभा सीट के लिए दूसरे चरण के तहत चार अप्रैल को प्रत्याशियों ने नामांकन किया था।

चुनाव आयोग ने नाम वापसी के लिए आठ अप्रैल की तारीख तय की थी।

इस सीट पर 19.97 लाख मतदाता हैं।

जिसमें चार जून को 56.62 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। विधानसभा के अनुसार मतदान प्रतिशत खैर में पिछले चुनाव में 62.00 प्रतिशत वोट पड़े, मगर इस बार 55.39 प्रतिशत ही मतदान हुआ। इसी तरह बरौली में पिछले बार 64.00 प्रतिशत मतदान था, मगर इस बार 58.40 प्रतिशत ही वोट पड़े। अतरौली में 55.63 प्रतिशत वोट पड़े थे, मगर इस साल सबसे कम 54.55 वोट पड़े। कोल में 64.74 प्रतिशत मतदान हुआ था।

इस बार यहां 57.35 प्रतिशत ही वोट पड़े। शहर विधानसभा क्षेत्र में भी इस बार कम मतदाता निकले। यहां पिछले चुनावों में कुल 60.00 प्रतिशत वोट पड़े थे, मगर इस बार 57.49 प्रतिशत ही संख्या रही। लोकसभा चुनावों में किसको कितने वोट मिले (Lok Sabha Election Party Voting Percentage) दल, 2014, 2019 भाजपा,48.34, 56.42 बसपा, 21.40,36.71 कांग्रेस, 5.86, 4.37 सपा, 21.25,- (वोट प्रतिशत में हैं।

2019 में सपा व बसपा का गठबंधन था) जातीय समीकरण यूं तो वर्तमान में अलीगढ़ की सभी पांच विधानसभा सीटों पर भाजपा काबिज है पर, लोकसभा के रण में प्रमुख दल से मुस्लिम प्रत्याशी के मैदान में न होने से लड़ाई और पेंचीदा हो गई है।

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