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भोपाल से 1814 करोड़ की ड्रग्स जब्त, दवा बनाने का कच्चा माल भी बरामद
- न्यूज़
- Sunday | 6th October, 2024
कैसी-कैसी लापरवाही उद्योग विभाग से पहले साबुन बनाने के लिए जयदीप सिंह ने जमीन ली।
इसके बाद जयदीप से एके सिंह ने फर्नीचर बनाने के लिए यह जमीन ले ली।
यहां वह उर्वरक बनाने लगे।
बाद में उसे बंद कर बिना पुलिस सत्यापन अमित और सान्याल को किराये पर दे दिया।
पुलिस आयुक्त व्यवस्था पर भी प्रश्न उठ रहे हैं कि सात माह से यहां ड्रग बनाने का काम चल रहा था।
मशीनें चल रही थीं, पर पुलिस ने एक बार भी झांकने की कोशिश नहीं की।
जमीन आवंटित होने के बाद करीब चार साल से उद्योग विभाग की ओर से कोई अधिकारी यह देखने नहीं पहुंचा कि उद्योग लगा भी या नहीं। अब आगे क्या गुजरात एटीएस यह पता करने में लगी है कहीं इससे आने वाला पैसा आतंकी गतिविधियों में तो उपयोग नहीं हो रहा था।
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