- होम >>
जल संरक्षण के लिए बेहद कामगार खंभाती कुआं, 60 परिवारों को मिलेगी पानी की समस्या से निजात
- न्यूज़
- Tuesday | 20th August, 2024

टीडीएस की मात्रा करीब 1700 शहरों में अधिकांश सोसायटियों में मोटर लगाकर बोरवैल से भूगर्भ जल को खींचकर उपयोग के लिए टंकियों में भरा जाता है, इस पानी में क्षार याने टीडीएस की मात्रा करीब 1700 तक होती है, अगर खंभाती कुंए के जरिए लगातार तीन मानसून में रेन वाटर हार्वेटिंग की जाए तो यह घटकर 1000 तक आ सकती है।
इससे शहरों में आरओ सिस्टम की जरुरत को भी काफी कम किया जा सकता है।
क्षार के कारण शहरों की सोसायटियों के नल, पाइप लाइन व बाथरूम की टाइल्स भी जल्द खराब होते हैं, इस समस्या का भी इससे निराकरण हो सकता है। 100 खंभाती कुओं का निर्माण कराया गया ट्री वॉक्स संस्था ने सरकार एवं जनभागीदारी से अहमदाबाद एवं आसपास 100 खंभाती कुओं का निर्माण कराया है, यह बाढ की समस्या व भूगर्भ जल संकट का एक पारंपरिक एवं टिकाऊ उपाय है लेकिन बडे शहरों में इसे व्रहद पैमाने पर अपनाया जाए तो ही इन समस्याओं का हल निकाला जा सकता है।
मसलन हर एक सोसायटी में पार्किंग की तरह खंभाती कुओं का भी निर्माण कराया जाए।
यह तरीका पूरी तरह पर्यावरण के अनुकूल एवं सबसे कम खर्च में अमल में लाई जाने वाली है।
यह भारतीय ज्ञान का बेजोड नमूना है। कैसे बनाया जाता है खंभाती कुआ ट्री वॉक्स संस्था के संचालक लोकेंद्र बालासरिया बताते हैं की खंभाती कुआ का निर्माण दो ईंट के बीच जगह छोडते हुए, एक ईंट के उॅपर दूसरी ईंट रखकर मधुमक्खी की छाते की तरह बनाया जाता है।
सोसायटी में वर्षा जल को सीधे बोर वेल से जोडकर भी उस पानी का उपयोग किया जा सकता है।

If You Like This Story, Support NYOOOZ
Your support to NYOOOZ will help us to continue create and publish news for and from smaller cities, which also need equal voice as much as citizens living in bigger cities have through mainstream media organizations.
डिसक्लेमर :ऊपर व्यक्त विचार इंडिपेंडेंट NEWS कंट्रीब्यूटर के अपने हैं,
अगर आप का इस से कोई भी मतभेद हो तो निचे दिए गए कमेंट बॉक्स में लिखे।