होली: होलिका दहन के दिन कर रहे हैं ये काम तो हो जाएं सावधान, भारी पड़ सकती है ये भूल
- by Feature Desk
- Wednesday | 24th March, 2021
- होलिका दहन 28 मार्च को किया जाएगा
- होलिका दहन के दिन ध्यान रखने योग्य बातें
- ऐसे काम बताए गए है जिन्हें बिल्कुल नहीं करना चाहिए
हिंदू धर्म के पुराणों में ये बताया गया है कि होलिका दहन के दिन कुछ काम बिल्कुल नहीं करने चाहिए. लेकिन कम ही लोगों को इसके बारे में पता होगा. इसलिए हम आपको बताने जा रहे हैं ऐसी बात जिसे ध्याम में रखना बहुत ज़रूरी है. हिंदू पंचांग के अनुसार फाल्गुन मास की पूर्णिमा को होलिका दहन का पर्व मनाया जाता है।
इस दिन अंहकार, बुराई और नकारात्मक शक्तियों को पवित्र आग में जला दिया जाता है। जिससे घर में हमेशा सुख-समृद्धि बनी रहती हैं। इस बार होलिका दहन 28 मार्च को किया जाएगा। होलिका दहन के दिन कुछ चीजों का जरूर पालन करना चाहिए। इस बारे में विस्तार से गरुड़ पुराण में भी बताया गया है।
गरुड़ पुराण में लाइफ मैनेजमेंट को लेकर काफी विस्तार से बताया गया है। इतना ही नहीं व्रत-त्योहार को लेकर कई बातें बारीकी से बताई गई है। इसी तरह होलिका दहन के दिन कुछ ऐसे काम है जिन्हें बिल्कुल नहीं करना चाहिए। इतना ही यह काम करने की कुछ लोगों को छूट दी जाती हैं। क्या हैं वे काम जानिए विस्तार से
होलिका दहन के समय न करें ये काम
1. जैसा कि आपको पता होगा कि होलिका का समय निर्धारित होता है.पंडित के बताए गए समय के अनुसार ही लोग होलिका दहन करते हैं. ऐसे में जब होलिका की पूजा हो रही हो और उसका दहन किया जा रहा हो तो लोगों को घर में सोना नहीं चाहिए। इस समय आलस करना या बिस्तर पर पड़े रहना गरुण पुराण में सर्वथा निषेध कहा गया है।
2. गरुण पुराण में कहा गया है कि होलिका दहन के शुभ मुहुर्त में बिस्तर पर पड़े रहना या सोना दुर्भाग्य लाता है। इससे व्यक्ति के परिवार में आर्थिक उन्नति में रुकावट आती और घर में निगेटिविटी आती है।
3. इसके अलावा अगर कोई व्यक्ति नशे में भी बिस्तर पर पड़ा रहता है तो उसे बुरे परिणाम का सामना करना पड़ सकता है.
4. हालांकि गरुण पुराण में तीन तरह के लोगों को होलिका दहन के वक्त इस निषेध से राहत दी गई है। गर्भवती स्त्री, बुजुर्ग और बीमार व्यक्ति असहाय स्थिति में इस दौरान बिस्तर पर लेटते हैं या इस वक्त सो जाते हैं तो उन्हें छूट दी गई है।
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