एग्जाम टाइम में बनाए टाइम टेबल, रखें इन 10 बातों का ख्याल...

  • एग्जाम टाइम में टाइम टेबल बनाना जरूरी
  • नकारात्मक सोच रखे दूर
  • नीचे पढ़े- टाइम टेबल के लिए 10 जरूरी बातें  

अक्सर देखा जाता है जब घर वाले अपने बच्चों को पढ़ने के लिए बोलते है या विद्यार्थियों को पढने का मन होता है तो कोई सा भी मन पसंद विषय के किताब उठाकर पढ़ने लगते है, लेकिन उनका रिजल्ट उनके मन मुताबिक अच्छे नंबर नही आते है, फिर वे सोचने पर मजबूर हो जाते है कि वे पूरी साल तो बड़ी मेहनत की लेकिन मार्क्स अच्छे नहीं आये। जिसके कारण इन विद्यार्थियों में पढाई के प्रति कहीं न कहीं मन में नकरात्मक सोच का भाव आने लगता है जिसके कारण आगे चलकर उनका रिजल्ट और भी ख़राब होने लगता है।

ऐसे में हर स्टूडेंट्स के लिए जरूरत है बेहतर टाइम टेबल की, ताकि वह एग्जाम में सबसे अच्छे नंबर ला सके। अगर किसी भी क्षेत्र चाहे.. वह पढाई ही क्यों न हो अगर अच्छी प्लानिंग और अच्छे टाईमटेबल के साथ पढ़ाई किया जाय तो हर विद्यार्थी अपने पढाई में अपना बेस्ट दे सकता है

स्टडी पढाई के लिए टाईमटेबल कैसे बनाये

अक्सर सभी बच्चे पढाई के दौरान यह जरुर सोचते होंगे कि काश उनके पास पढ़ने का सबसे बढ़िया टाईमटेबल हो तो वे अपने पढाई अच्छी तरह से कर सकते है, ऐसा सोचना स्वाभाविक भी है क्योंकि आप लोग देखते ही होंगे की कैसे स्कूल में एक दिन में सारे विषयों की पढाई की जाती है यानी हर सब्जेक्ट के लिए अलग अलग घंटे बने होते है जिनके हिसाब स्कूल में सभी विषयों की पढाई पर फोकस किया जाता है ताकि सभी विषय परीक्षा से पहले पूरी तरह स्टूडेंट्स को पढ़ा दिया जाये और वे अपने सभी विषयों की परीक्षा दे सके और अच्छे नंबर ला सके,

ऐसे में अब यह सवाल उठता है कि यदि स्कूल में सभी विषयों के लिए अलग अलग घंटे बटे होते है तो क्या हमें अपने घर की पढाई के लिए भी ऐसा कुछ घंटे निर्धारित करना चाहिए जिससे की हमारी हर विषय की पढाई अच्छे से तैयार हो सके इसके लिए हमे अपने घर के समय को इस तरह से पढाई के लिए लगाना है कि हमारी पढाई के लिए हर विषय के लिए समय मिल सके।

पढाई के टाइम टेबल के लिए जरुरी बातें

यदि हमे अच्छे से अपनी पढाई करना है तो टाईमटेबल का होना बहुत जरुरी है अब यह प्रश्न उठता है कि सभी यही सोचते है चलो मैं तो 12 घंटे से भी ज्यादा पढ़ लूंगा तो हम अच्छे नंबर से पास हो सकते है, हो सकता है कि आप भी ऐसा करते होंगे लेकिन क्या बस ज्यादा समय पढने से लोग अच्छा नंबर ला पाते है ?

1 – सबसे पहले पढाई के लिए देर रात तक पढने के बजाय हमें सुबह जल्दी उठकर पढने का अभ्यास डालना चाहिए, क्योंकि देर रात तक पढने से हम खुद को थका हुआ महसूस भी करते है और हो सकता है ज्यादा देर रात तक जागने से हमारे स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है इसलिए जब भी पढाई के लिए टाइम टेबल बनाये उसमें इस बात का ध्यान रखे कि हमारी रात की पढाई एक निश्चित समय तक ही हो और फिर सुबह जल्दी उठकर पढना रहे।

2-  वैसे तो पढाई के लिए सबसे बेस्ट टाइम जल्दी सुबह ही माना जाता है, क्योकि सुबह घर और आसपास का माहौल एकदम शांत रहता है। जिससे की हम जो कुछ भी पढ़ते है उसे एकाग्र होकर आसानी से पढाई कर सकते है, और जो कुछ भी पढेगे वह जल्दी और आसानी से याद भी हो जायेगा। सुबह उठने से सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि हम खुद को तरोताजा भी महसूस करते है और हमारा स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है।

3 – अक्सर यह भी देखा जाता है कि जब लोग पढाई करते है तो किसी एक विषय पर अपना सारा ध्यान फोकस करते है जबकि हमें तो एग्जाम अपने सभी विषयों के देने होते है तो ऐसी स्थिति में हम किसी विषय में खूब अच्छा नंबर ला देते है जबकि अन्य विषयों में कम नंबर आने से हमारा रिजल्ट का परसेंटेज काफी कम हो जाता है इसलिए जब भी हम पढाई के लिए टाइमटेबल बनाये उसमे सभी विषयों के लिए समय दे।

4 - जो हमें सब्जेक्ट कठिन लगता हो उसके लिए अतिरक्त समय भी निकालना चाहिए, और जो विषय कठिन लगे उससे कभी भागना नही चाहिए, ऐसा अक्सर देखा जाता है लोग मैथ्स, फिजिक्स और कैमिस्टिरी से अक्सर दूर ही भागते है। हमें इन विषयों से डरने के बजाय उसपर ध्यान फोकस करना चाहिए, निरंतर अभ्यास से ये विषय भी पढने में एकदम आसान लगने लगते है।

5 - लगातार पढाई करने के बजाय बीच-बीच में थोडा 5 – 10 मिनट आराम या टहल लेना चाहिए ऐसा करने से हमे थकावट का अनुभव नही होगा।

6 – कभी भी अपने विषयों को रटने के बजाय ज्यादा से ज्यादा समझने पर ही अपना ध्यान फोकस करना चाहिए, क्योंकि रटने से हमे अपने सब्जेक्ट कुछ समय के लिए याद तो सकते है लेकिन फिर कुछ समय बाद भूल जाने का भी डर रहता है यदि हम किसी याद करने वाले विषय को याद करते है तो हमें उसे लिखते हुए याद करना चाहिए। इससे यह फायदा होगा कि हम जो कुछ भी याद करेंगे उसे लिखने से हमारे दिमाग में बैठ जायेगा और भूलने का चांस भी कम रहेगा और हमारी लिखावट भी अच्छी बनती चली जाएगी

7 – हम पढाई के लिए टाइम टेबल तो बना लेते है लेकिन हमे अपना कभी भी स्कूल भी नही छोड़ना चाहिए, क्योंकि हम यदि रोज स्कूल जाते है तो हमारी पढाई नियमित बेसिस पर होती रहेगी और हमारे पढाई में सब्जेक्ट छुटने के डर से न समझने का डर भी नही आएगा, और जो चीज हम स्कूल में पढ़ते है उसे घर पर आकर अच्छे से दोहरा भी सकते है, और यदि स्कूल के बीच बीच के घंटे खाली हो तो हमे आपस में गप मारने के बजाय अपने दोस्तों में पढाई से रिलेटेड विषयों पर डिसकस करना चाहिए और हो सके तो खाली घंटो में अपने पढाये गये विषयों को दोहराना चाहिए।

8 – पढाई के लिए हमे घर के शांत कमरों में ही पढाई करना चाहिए और जहां हम पढ़ते है वहा रोशनी अच्छी हो और कभी भी बिस्तर पर लेटकर पढने के बजाय टेबल कुर्सी पर ही बैठकर पढना चाहिए। इससे हमे नीद कम आने की सम्भावना रहती है

9 – एक विद्यार्थी में 5 गुण होने जरूरी है.यानी एक विद्यार्थी को कौवे की तरह जानने की चेष्टा करते रहना चाहिए, बगुले की तरह मन लगाना (ध्यान करना) चाहिए, कुत्ते की तरह सोना चाहिए यानी थोड़े से हलचल होने पर ही जग जाना चाहिए, कम से कम और आवश्यकतानुसार खाना चाहिए और गृह-त्यागी होना चाहिए।

10 – कभी भी ऐसा टाइम टेबल नहीं बनाना चाहिए किहम टाईमटेबल तो बना लिए लेकिन उसे फालो ही नही कर पर रहे है या जो पढाई के लिए समय फिक्स किया है उसके लिए समय ही नहीं मिल पा रहा है फिर ऐसे टाइमटेबल बनाने से कोई लाभ नही होता है इसलिए टाईमटेबल बनाते समय अपने समय का विशेषकर ध्यान रखे।

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