मेरठ में 31 मार्च के बाद रद्द होंगे 1500 शस्त्र लाइसेंस

  • Pinki
  • Sunday | 26th February, 2017
संक्षेप:

जिले में यूनिक आईडी नंबर न लेने वालो के खिलाफ प्रशासन और भी सख्त हो गया है। दरअसल, 31 मार्च के बाद करीब 1500  शस्त्र लाइसेंस रद्द कर दिये जाएंगे। शासन की ओर से साल 2012  में शस्त्र लाइसेंस धारकों को यूनिक आईडी नंबर देने की प्रक्रिया शुरू की गई थी,  जिसका मकसद शस्त्र धारक के बारे में एक क्लिक पर सारा ब्यौरा जुटाना था। मेरठ जिले में बंदूक, पिस्टल, रिवॉल्वर और राइफल के तकरीबन 18,145  शस्त्र लाइसेंस धारक हैं।  शासन के यूनिक आईडी नंबर अनिवार्य करने के बाद करीब साढ़े सोलह हजार लाइसेंस धारकों ने यूनिक आईडी नंबर ले भी लिया।

मेरठः जिले में यूनिक आईडी नंबर न लेने वालो के खिलाफ प्रशासन और भी सख्त हो गया है। दरअसल, 31 मार्च के बाद करीब 1500  शस्त्र लाइसेंस रद्द कर दिये जाएंगे। शासन की ओर से साल 2012  में शस्त्र लाइसेंस धारकों को यूनिक आईडी नंबर देने की प्रक्रिया शुरू की गई थी,  जिसका मकसद शस्त्र धारक के बारे में एक क्लिक पर सारा ब्यौरा जुटाना था।

मेरठ जिले में बंदूक, पिस्टल, रिवॉल्वर और राइफल के तकरीबन 18,145  शस्त्र लाइसेंस धारक हैं।  शासन के यूनिक आईडी नंबर अनिवार्य करने के बाद करीब साढ़े सोलह हजार लाइसेंस धारकों ने यूनिक आईडी नंबर ले भी लिया। लेकिन डेढ़ हजार से ज्यादा शस्त्र लाइसेंस धारक अब तक इसे लेकर लापरवाही दिखा रहे हैं, वे सिर्फ लाइसेंस नवीनीकरण कराकर इतिश्री कर रहें हैं जबकि यूनिक आईडी नम्बर अनिवार्य है।

आपको बता दें कि यूनिक आईडी नम्बर लेने के लिए कलक्ट्रेट के शस्त्र अनुभाग से आवेदन फॉर्म लेकर उसमें शस्त्र लेने वाले को अपना पूरा ब्यौरा देना होता है। 18  डिजिट के यूनिक आईडी नंबर को 31  मार्च तक सभी शस्त्र लाइसेंस धारकों के लिए अनिवार्य कर दिया गया है।

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